विपक्षी दलों के गठबंधन इंडियन नैशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) ने कहा है कि देश के संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए सभी विपक्षी दल एकजुट हुए हैं। विपक्षी दलों के इस गठबंधन ने कहा कि सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अगले आम चुनाव में चुनौती देने के लिए सभी विपक्षी एक साझा कार्यक्रम तैयार करेंगे।
‘इंडिया’ की दो दिवसीय बैठक गुरुवार को मुंबई में ग्रांड हयात होटल में शुरू हुई है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने कहा कि देश इस समय नाजुक दौर से गुजर रहा है और ऐसे में देश की एकता और संप्रभुता की रक्षा जरूरी है। प्रसाद ने कहा कि सभी विपक्षी दल संविधान एवं लोकतंत्र की रक्षा के लिए साथ आएं हैं।
उन्होंने कहा, ‘मोदी सरकार गरीबी, बेरोजगारी और किसानों के हितों से जुड़े मुद्दे सुलझाने में विफल रही है। विपक्षी गठबंधन की बैठक के दौरान हम एक साझा कार्यक्रम तैयार करने की दिशा में अग्रसर हैं। हमंौ भाजपा के उम्मीदावारों के खिलाफ विपक्ष का साझा उम्मीदवार खड़ा करना होगा।’
बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि उनके राज्य में महागठबंधन सरकार बनने के बाद लालू प्रसाद और नीतीश कुमार ने समान विचारधारा रखने वाले सभी दलों को साथ लाने की दिशा में पहल करने का निर्णय लिया। तेजस्वी ने कहा, ‘यह उनके प्रयासों का ही नतीजा है कि हम पिछले एक साल में तीसरी बार विपक्षी गठबंधन के रूप में एकत्र हुए हैं।’
उन्होंने कहा कि लोग ‘समाज में दरार डालने वाले लोगों’ को करारा जवाब देंगे। तेजस्वी ने कहा, “अगर हम देश के लोगों की अपेक्षा पर खरा नहीं उतरेंगे तो वे हमें कभी माफ नहीं करेंगे।’ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि युवा इस देश की ताकत हैं। उन्होंने कहा, ‘ जवाहरलाल नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह जैसे नेताओं ने युवाओं को दिशा देने के लिए काम किया और जेएनयू, आईआईएम, इसरो जैसे संस्थानों की स्थापना की।’
वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन बनाने का एकमात्र उद्देश्य देश को बचाना है। उन्होंने कहा, ‘ देश का संघीय ढांचा खतरे में है। जिस राज्य की जनता भाजपा की सरकार नहीं बनने देती है उन्हें परेशान किया जा रहा है। हमारा यह गठबंधन सीटों की संख्या बढ़ाने या घटाने के लिए नहीं है, बल्कि देश को बचाने के लिए है।’
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता राघव चड्ढा ने कहा कि भाजपा इंडिया गठबंधन से डरी हुई है। उन्होंने कहा, ‘ उन्हें इंडिया शब्द से नफरत है और वे इस नाम को एक आतंकी संगठन से जोड़ रहे हैं। यह सिर्फ नफरत नहीं है बल्कि यह डर भी है कि अगर गठबंधन सफल हुआ तो क्या होगा।’
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि बैठक में भाग लेने वाले दल देश और इसके लोकतंत्र तथा संविधान को लेकर विचार-विमर्श करेंगे।
शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि इंडिया गठबंधन के नेताओं को लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करने के लिए एकसाथ आए हैं।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता मनोज झा ने कहा कि यह गठबंधन देश को एकजुट करने के लिए काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ राजनीतिक दलों का गठबंधन नहीं बल्कि विचारों का गठबंधन है। झा ने कहा कि देश को उपचार की जरूरत है और हमारा गठबंधन देश के पुनर्निर्माण और सत्तारूढ़ दल को आईना दिखाने के लिए है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी(सीपीआई-एम) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि ‘इंडिया’ के प्रति लोगों के मिल रहे समर्थन ने प्रधानमंत्री और भाजपा को परेशान कर दिया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा कि इंडिया के सामने नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों से हुए नुकसान की भरपाई करने की चुनौती है, जिसके परिणामस्वरूप देश में महंगाई बढ़ी है और युवा पीढ़ी बेरोजगार है। उन्होंने कहा, ‘भाजपा को हमारे गठबंधन के नाम से दिक्कत है। इसका मतलब है कि हम अच्छा कर रहे हैं।’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को विपक्षी इंडियन नैशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) की आलोचना करते हुए इसे ‘स्वार्थी गठबंधन’ करार दिया। भाजपा ने दावा किया कि इसका (विपक्षी गठबंधन का) उद्देश्य अपने सदस्य दलों के शीर्ष पर बैठे परिवारों के हितों को बढ़ावा देना और उनकी रक्षा करना है।
भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि उनका (विपक्षी गठबंधन) दूसरा उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक स्थिर और विकास समर्थक सरकार को झटका देना है। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने विपक्षी गठबंधन की आलोचना करते हुए कहा कि नाम बदलने से उत्पाद नहीं बदल जाता है। उन्होंने कहा, ‘इंडिया के रूप में संप्रग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) की रीब्रांडिंग करने की कोशिश की गई है, लेकिन यह चलने वाला उत्पाद नहीं है क्योंकि संप्रग की खामियों से लोग भलीभांति परिचित हैं।’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष के नेता केवल अपने गठबंधन के नाम पर भरोसा कर रहे हैं क्योंकि यही उनके लिए एकमात्र सहारा बचा है। उन्होंने विपक्षी गठबंधन के बारे में ‘नाम बड़े और दर्शन छोटे’ वाली कहावत का भी जिक्र किया।
सिंह ने कहा कि भारत अब शक्तिशाली हो गया है और वैश्विक स्तर पर अब कोई भी इसे कमजोर राष्ट्र नहीं मानता। उन्होंने कहा कि विश्व स्तर पर भारत का कद पहले की तुलना में काफी बढ़ गया है और वह जो बोलता है दुनिया उसे ध्यान से सुनती है, ऐसा पहले नहीं होता था।