आजमगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने देश को 2047 तक विकसित बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई। यहीं से उन्होंने वर्चुअल इन परियोजनाओं को देश को समर्पित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश की 12 एयरपोर्ट परियोजनाओं का उद्घाटन किया और तीन का शिलान्यास किया। लगभग 9,800 करोड़ रुपये की लागत से तैयार इन परियोजनाओं के शुरू होने से विमानन ढांचा काफी मजबूत हो जाएगा। आजमगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने देश को 2047 तक विकसित बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई। यहीं से उन्होंने वर्चुअल इन परियोजनाओं को देश को समर्पित किया।
जिन परियोजनाओं का प्रधानमंत्री ने रविवार को उद्घाटन किया, उनमें पुणे, कोल्हापुर, ग्वालियर, जबलपुर, दिल्ली, लखनऊ, अलीगढ़, आजमगढ़, चित्रकूट, मुरादाबाद, श्रावस्ती और आदमपुर एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन शमिल हैं। इन 12 एयरपोर्ट टर्मिनल भवनों के विकास पर 8,903 करोड़ रुपये की लागत आई है और इन पर वार्षिक स्तर पर 6.15 करोड़ यात्रियों के आवागन में सुविधा होगी।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कडपा, हुबली और बेलागावी में हवाई अड्डों के नए टर्मिनल भवनों की आधारशिला भी रखी। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) इन विकास परियोजनाओं को 908 करोड़ रुपये की लागत से पूरा करेगा। इनका काम पूरा होने के बाद तीनों टर्मिनल भवनों से हर साल लगभग 95 लाख यात्रियों को सुविधा मिलेगी।
आजमगढ़ में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘पहले चुनाव के दौरान घोषणाएं होती थीं। कोई उनसे इन घोषणाओं पर अमल के बारे में नहीं पूछता था। चुनाव के दौरान वे आते थे और शिलान्यास का पत्थर गाड़ जाते थे। बाद में वह पत्थर भी खो जाता था। ऐसे राजनेता होते थे। आपको इन परियोजनाओं के शिलान्यास को लोक सभा चुनाव की नजर से नहीं देखना चाहिए। यह विकास की यात्रा है। वर्ष 2047 मेरा उद्देश्य भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजमगढ़, चित्रकूट, मुरादाबाद और श्रावस्ती को पहले उत्तर प्रदेश के छोटे और पिछड़े शहर कहा जाता था। अब यहां भी हवाई यात्रा शुरू हो रही है। हम छोटे शहरों में आधुनिक बुनियादी ढांचा खड़ा कर रहे हैं, क्योंकि इन शहरों को भी महानगरों जैसे आधुनिक बुनियादी ढांचे की जरूरत है। शहरीकरण रुकना नहीं चाहिए।
रविवार को जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया उनमें लखनऊ एयरपोर्ट का नया टर्मिनल भवन भी है। अदाणी समूह द्वारा संचालित इस एयरपोर्ट पर नई इमारत के चालू होने से प्रत्येक वर्ष 1.3 करोड़ यात्रियों को सुविधा होगी। इसी प्रकार नई दिल्ली के आईजीआई पर टर्मिनल-1 के उद्घाटन से 4 करोड़ यात्रियों की आवाजाही आसान होगी। टर्मिनल-1 का क्षेत्रफल 55,740 वर्ग मीटर से बढ़कर अब 2,06,950 वर्ग मीटर हो गया है।
एक एयरोब्रिज के साथ-साथ यहां 22 संपर्क स्टैंड बनाए गए हैं, जहां से यात्री एयरोब्रिज का इस्तेमाल कर विमान में चढ़ सकते हैं।