दिल्ली विधानसभा चुनाव अब जोर पकड़ रहा है। चुनाव प्रचार में अब दिग्गज नेता उतर जाए हैं। प्रमुख दलों के बड़े नेता अपनी अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए वोट तो मांग ही रहे हैं। साथ ही विरोधी दलों पर आरोप भी लगा रहे हैं। जिससे दिल्ली का राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। दिल्ली में मतदान होने में अब एक सप्ताह ही बचा है। दिल्ली में 5 फरवरी को वोट डाले जाएंगे।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान से एक सप्ताह पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने आज उत्तर-पूर्वी दिल्ली के करतार नगर में एक जनसभा को संबोधित किया। दिल्ली चुनाव में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राजस्थान, हरियाणा व अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री समेत कई बड़े केंद्रीय मंत्री भी दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार कर रहे हैं।
बीते दिनों राहुल गांधी की दिल्ली में चुनावी रैलियां रद्द होने से राजनीतिक गलियारे में कांग्रेस के आम आदमी पार्टी (आप) को वॉकओवर देने की चर्चा होने लगी थी। लेकिन इन चर्चाओं पर विराम देते हुए राहुल गांधी भी मंगलवार से दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार में उतर गए। उन्होंने आप के मुखिया और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव प्रचार की शुरुआत की है। वहीं आम आदमी पार्टी के प्रचार की कमान केजरीवाल संभाले हुए हैं। उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत दिल्ली व पंजाब के आप नेता भी चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं।
राहुल गांधी ने प्रचार के पहले ही दिन अरविंद केजरीवाल पर शराब घोटाला करने, शीश महल बनवाने और मोदी से डरने का आरोप लगाया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज केजरीवाल को घेरा। मोदी ने बुधवार को कांग्रेस और आप ने बीते 25 सालों में दिल्लीवासियों की दो-दो पीढ़ी ‘बर्बाद’ करने का आरोप लगाया और मतदाताओं से एक बार भाजपा को दिल्ली की सेवा करने का मौका देने का आग्रह किया।
केजरीवाल ने भाजपा पर अरबपतियों के कर्जे माफ करने और दिल्ली की फ्री बिजली-पानी योजनाएं बंद करने का आरोप लगाया है। केजरीवाल चुनाव प्रचार के दौरान दावा कर रहे हैं कि आप की सरकार दिल्ली में हर परिवार को 25,000 रुपये का फायदा करा रही है जबकि भाजपा आ गई तो वह ये सारी सुविधाएं बंद कर देगी।