सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (मोस्पी) के सचिव सौरभ गर्ग ने गुरुवार को कहा कि वैकल्पिक, प्रशासनिक और सर्वे डेटा के व्यापक सेट को एकीकृत करना और इनकी गोपनीयता और गुमनामी सुनिश्चित करते हुए इसे सार्वजनिक रूप से साझा करना सबसे बड़ी चुनौती है।
‘लीवरेजिंग नॉन-कन्वेंशनल डेटा सोर्सेज फॉर ऑफिशियल स्टेटिस्टिक्स’ विषय पर आयोजित सेमिनार को संबोधित करते हुए गर्ग ने कहा, ‘सर्वे के आंकड़ों के साथ सरकार के पास आधिकारिक आंकड़ों की करीब 200 डेटाशीट होती है। हमें सर्वे, वैकल्पिक और प्रशासनिक आंकड़ों को सांख्यिकी के हिसाब से तेजी से एकीकृत करने में सक्षम होने की जरूरत है।
हमारे पास आंकड़ों के सेट उपलब्ध होते हैं, लेकिन उन तक पहुंच एक मसला है। हमें साफतौर पर परिभाषित करने की जरूरत है कि किस तरह के आंकड़े हमें मिल सकते हैं क्योंकि हमें गुमनामी और गोपनीयता को ध्यान में रखना होता है।’
उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ महीनों के दौरान मोस्पी ने डेटा संग्रह के लिए स्पष्ट परिभाषाएं निर्धारित करने के लिए राष्ट्रीय मेटाडेटा मानकों को परिभाषित किया है तथा सूचना एकत्र करने वाले विभिन्न मंत्रालयों के लिए गुणवत्ता मूल्यांकन ढांचा निर्धारित किया है। मंत्रालय ने अंतर संचालन आसान बनाने के लिए कॉमन आइडेंटीफायर्स भी तय किए हैं।