भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने किसानों के लिए बड़ा एलान किया हैं। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikant Das) ने किसानों के लिए बिना किसी गारंटी के 2 लाख रुपये का तक का लोन उपलब्ध कराने की घोषणा की है। बता दें कि अभी यह सीमा 1.6 लाख रुपये है। केंद्रीय बैंक ने बढ़ती महंगाई से परेशान किसनों को राहत पहुचने के उद्देश्य से यह फैसला किया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार (6 दिसंबर) को बढ़ती महंगाई से किसानों को राहत देने के मकसद से बिना गारंटी के अब दो लाख रुपये तक का कर्ज उपलब्ध कराने की घोषणा की।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी की जानकारी देते हुए शुक्रवार को कहा, ‘‘मुद्रास्फीति और कृषि में उपयोग होने वाले कच्चे माल की लागत में वृद्धि को देखते हुए गारंटी मुक्त कृषि ऋण की सीमा को 1.6 लाख रुपये से बढ़ाकर दो लाख रुपये करने का निर्णय किया गया है।’’
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उन्होंने कहा कि इससे वित्तीय संस्थानों से कर्ज लेने को लेकर छोटे और सीमांत किसानों का दायरा बढ़ेगा। उल्लेखनीय है कि आरबीआई ने 2010 में कृषि क्षेत्र को बिना किसी गारंटी के एक लाख रुपये देने की सीमा तय की थी। बाद में, 2019 में इसे बढ़ाकर 1.6 लाख रुपये कर दिया गया था। आरबीआई ने कहा कि इस संबंध में परिपत्र जल्द ही जारी किया जाएगा।
रिपो रेट में कोई बदलाव नहीं, 6.5% पर स्थिर
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को चालू वित्त वर्ष की पांचवीं द्विमासिक मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू में लगातार 11वीं बार नीतिगत दर रेपो (Repo) में कोई बदलाव नहीं किया और इसे 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा। हालांकि अर्थव्यवस्था में नकदी बढ़ाने के मकसद से केंद्रीय बैंक ने सीआरआर (कैश रिजर्व रेश्यो) को 4.5 प्रतिशत से घटाकर चार प्रतिशत कर दिया। इस कदम से बैंकों में 1.16 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी उपलब्ध होगी।
जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटाया
सीआरआर के तहत कमर्शियल बैंकों को अपनी जमा का एक निर्धारित हिस्सा कैश रिजर्व के रूप में केंद्रीय बैंक के पास रखना होता है। इसके साथ ही आरबीआई ने मौजूदा स्थिति को देखते हुए चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को 7.2 प्रतिशत से घटाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया है। आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष में रिटेल इन्फ्लेशन के अनुमान को भी 4.5 प्रतिशत बढ़ाकर 4.8 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।