अप्रैल से अगस्त 2024 के दौरान प्रवासी भारतीय (एनआरआई) जमा योजनाओं में विदेश में रह रहे भारतीयों का जमा दोगुना होकर 7.82 अरब डॉलर हो गया, जबकि 2023 की समान अवधि में इन योजनाओं में 3.74 अरब डॉलर जमा हुए थे।
अगस्त 2024 में कुल एनआरआई जमा 158.94 अरब डॉलर था। एनआरआई जमा योजना में फॉरेन करेंसी नॉन-रेजिडेंट (एफसीएनआर) जमा, नॉन-रेजिडेंट एक्सटर्नल (एनआरई) जमा और नॉन रेजिडेंट ऑर्डिनरी (एनआरओ) जमा शामिल है।
अप्रैल-अगस्त 2024 के दौरान अधिकतम राशि एफसीएनआर (बी) जमा में आई है। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मताबिक इन खातों में 3.47 अरब डॉलर आए हैं, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 1.55 अरब डॉलर आए थे।
एफसीएनआर (बी) खातों में जमा राशि 29.2 अरब डॉलर थी। इस खाते में ग्राहक भारत में सावधि जमा करते हैं, जिसे विदेशी मुद्रा में बदला जा सकता है। इसकी जमा अवधि एक साल से 5 साल होती है। यह खाते विदेशी मुद्रा में प्रबंधित होते हैं, ऐसे में जमा अवधि में मुद्रा में उतार चढ़ाव का इसमें असर कम होता है।
इस अवधि के दौरान 2.51 अरब डॉलर एनआरई जमा आया है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 86.8 करोड़ डॉलर जमा हुआ था। अब कुल एनआरई जमा अगस्त 2024 में 100.54 अरब डॉलर हो गया है।