अर्थव्यवस्था

India’s exports: चीन को पछाड़कर भारत का चौथा सबसे बड़ा निर्यात बाजार बना ब्रिटेन

मई में ब्रिटेन को निर्यात बढ़कर 1.37 बिलियन डॉलर हो गया, जबकि चीन को निर्यात 3% बढ़कर 1.33 बिलियन डॉलर हो गया।

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श्रेया नंदी   
Last Updated- June 17, 2024 | 6:10 PM IST

ब्रिटेन (UK) चीन को पछाड़कर मई में भारत का चौथा सबसे बड़ा निर्यात बाजार बन गया है। पिछले साल मई में ब्रिटेन छठे नंबर पर था। मई में ब्रिटेन को निर्यात बढ़कर 1.37 बिलियन डॉलर हो गया, जबकि चीन को निर्यात 3% बढ़कर 1.33 बिलियन डॉलर हो गया।

मई का अलग-अलग आंकड़ा तो अभी उपलब्ध नहीं है, लेकिन पिछले कुछ महीनों के रुझानों से पता चलता है कि ब्रिटेन को होने वाले निर्यात में मशीनरी, खाद्य पदार्थ, दवाइयां, कपड़ा, आभूषण, लोहा और इस्पात जैसी चीजें शामिल थीं।

व्यापार विभाग के आंकड़ों के अनुसार, भारत के शीर्ष 10 निर्यात बाजारों में मई में अच्छी बढ़त देखी गई। इससे पहले एक साल से ज्यादा समय से कुछ देशों को होने वाले निर्यात में गिरावट आ रही थी। इन 10 देशों में मई में भारत के कुल सामानों के निर्यात का 52 प्रतिशत हिस्सा शामिल था। मई में भारत का व्यापारिक सामानों का निर्यात 9.13 प्रतिशत बढ़कर 38 बिलियन डॉलर हो गया।

कई महीनों की सुस्ती के बाद, मई में वैश्विक मांग में उतार-चढ़ाव और असमान आर्थिक सुधार के बावजूद भारत के निर्यात में अच्छी बढ़त देखी गई है। आंकड़ों के मुताबिक, भारत के शीर्ष 10 निर्यात बाजारों में मई में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई। इन 10 देशों में मई में भारत के कुल सामानों के निर्यात का 52 प्रतिशत हिस्सा शामिल था। अमेरिका 13 प्रतिशत की वृद्धि के साथ सबसे बड़ा निर्यात डेस्टिनेशन बना रहा।

वहीं, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 19 प्रतिशत और नीदरलैंड्स में 44 प्रतिशत की शानदार वृद्धि देखी गई, जो भारत का तीसरा सबसे बड़ा निर्यात बाजार है। उल्लेखनीय है कि सऊदी अरब (8.46 प्रतिशत), सिंगापुर (4.64 प्रतिशत), बांग्लादेश (13.47 प्रतिशत), जर्मनी (6.74 प्रतिशत) और फ्रांस (36.94 प्रतिशत) जैसे देशों में भी निर्यात में बढ़त दर्ज की गई।

आयात

भारत के आयात में भी राहत की खबर है। आंकड़ों के अनुसार, शीर्ष 10 आयात बाजारों में से मई में सिर्फ सऊदी अरब और स्विट्जरलैंड से आयात में गिरावट आई। बाकी आठ देशों में आयात बढ़ने से कुल मिलाकर भारत का आयात 7.7 फीसदी बढ़कर 61.91 बिलियन डॉलर हो गया।

रूस से कच्चे तेल आयात पर निर्भरता के कारण वहां से आयात 18 फीसदी बढ़कर 7.1 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया। गौर करने वाली बात ये है कि रूस अभी भी चीन के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा आयात स्रोत बना हुआ है।

वहीं चीन से आयात में भी 2.81 फीसदी की मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई। आयात में कमी की बात करें तो स्विट्जरलैंड से सोने के आयात में गिरावट आई, जिससे कुल आयात 32.33 फीसदी घटकर 1.52 बिलियन डॉलर रह गया।

हालांकि अमेरिका (0.4 फीसदी), UAE (18 फीसदी), इराक (58.68 फीसदी), इंडोनेशिया (-23.36 फीसदी), दक्षिण कोरिया (13 फीसदी) और सिंगापुर (8.78 फीसदी) जैसे देशों से आयात बढ़ने का रुझान सकारात्मक संकेत है। कुल मिलाकर ये 10 देश भारत के 61% से अधिक आयात के लिए जिम्मेदार हैं।

First Published : June 17, 2024 | 5:25 PM IST