अर्थव्यवस्था

GST सुधार का असर: साबुन, नूडल्स, आइसक्रीम तक होंगी सस्ती, कंपनियां बढ़ाएंगी छोटे पैक का वजन

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की घोषणा के बाद FMCG कंपनियां कीमतें घटाने और पैकेटों का वजन बढ़ाने की तैयारी में, डेयरी उत्पादों पर भी ग्राहकों को मिलेगी बड़ी राहत।

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अक्षरा श्रीवास्तव   
शार्लीन डिसूजा   
Last Updated- September 05, 2025 | 8:48 AM IST

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बुधवार रात घोषित किए गए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) सुधारों के मद्देनजर दैनिक उपभोक्ता वस्तु (एफएमसीजी) कंपनियों के अधिकारी कीमतों में कटौती के साथ-साथ छोटे पैकेटों का वजन भी बढ़ाएंगी। साबुन, टूथब्रश, हेयर ऑयल, नमकीन, इंस्टेंट नूडल्स, चॉकलेट और इंस्टेंट कॉफी जैसी रोजमर्रा की वस्तुओं पर अब 5 प्रतिशत जीएसटी लगेगा।

इस बीच भारतीय ब्रेड, पनीर और अल्ट्रा-हाई टेम्परेचर प्रोसेस्ड दूध पर कोई जीएसटी नहीं लगेगा। ग्राहकों तक ये लाभ पहुंचाने के लिए उपभोक्ता कंपनियां छोटे पैक में वस्तुओं का वजन बढ़ाने और बड़े पैक की कीमतें कम करने पर विचार कर रही हैं।

मदर डेयरी के प्रबंध निदेशक मनीष बंदलिश ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘हम इस संबंध में विस्तृत गणना कर रहे हैं कि इसके लाभ को आगे कैसे पहुंचाया जाए, लेकिन उपभोक्ता उन श्रेणियों में कीमतों में कमी की उम्मीद कर सकते हैं जिन श्रेणियों में दरों में बड़ी गिरावट देखी गई है, जैसे आइसक्रीम और घी। इससे और ज्यादा ग्राहक पैकेज्ड फूड के दायरे में आएंगे तथा घटिया किस्म के डेरी उत्पादों का इस्तेमाल कम करेंगे।’

डेरी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अमूल भी अपने पोर्टफोलियो में कीमतों को व्यवस्थित करेगी, क्योंकि घी, मक्खन, आइसक्रीम आदि को 5 प्रतिशत वाले कर स्लैब में रखा गया है, जबकि पनीर और यूएचटी दूध जैसे उत्पादों पर नई व्यवस्था के तहत कोई कर नहीं लगेगा।

First Published : September 5, 2025 | 8:48 AM IST