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अप्रैल में तीन गुना बढ़ा निर्यात

Last Updated- December 12, 2022 | 4:47 AM IST

सरकार द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल में भारत का वाणिज्यिक और सेवाओं को मिलाकर कुल निर्यात 93.21 प्रतिशत बढ़कर  51.79 अरब डॉलर हो गया है। 
वाणिज्यिक वस्तुओं का निर्यात पिछले साल की समान अवधि की तुलना में करीब 3 गुना बढ़कर 30.63 अरब डॉलर हो गया। यह वृद्धि पिछले साल के कम आधार की वजह से नजर आ रही है, क्योंकि 2020 में अप्रैल महीने में देशव्यापी लॉकडाउन था। हालांकि निर्यात में यह बढ़ोतरी विदेशी बाजारों की मांग के समर्थन की वजह से भी है। अप्रैल, 2019 की तुलना में अप्रैल, 2021 में निर्यात में 17.62 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। 

अप्रैल महीने में सेवाओं का निर्यात 21.17 अरब डॉलर रहा, जो पिछले साल से 28.68 प्रतिशत ज्यादा है।  सेवाओं के आयात का अनुमानित मूल्य 13 अरब डॉलर है, जो पिछले साल से 39.75 प्रतिशत ज्यादा है। आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने जहां सेवा क्षेत्र के मार्च के आंकड़े जारी किए हैं वहीं अप्रैल का आंकड़ा एक अनुमान है और यह केंद्रीय बैंक के बाद के आंकड़ों में संशोधित होगा। 
वाणिज्य एवं उद्योग सचिव अनूप वाधवा ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर और उसकी वजह से विभिन्न राज्यों द्वारा किए गए लॉकडाउन के बावजूद निर्यात मजबूत बना रहा। उन्होंने कहा, ‘इस बार कुछ संतुलन बना है। राज्यों ने स्वास्थ्य से जुड़े जरूरी कदम उठाए हैं और समय समय पर उसमें संशोधन किया है, जिससे आवश्यक गतिविधियां जारी रह सकें। इस स्थिति में मुझे नहीं लगता कि निर्यात पर कोई व्यापक असर पड़ेगा।’

उन्होंने कहा, ‘कुल मिलाकर वस्तु एवं सेवाओं का प्रदर्शन बहुत बेहतर रहा।’ उन्होंने आगे कहा कि आर्थिक रिकवरी भी नजर आ रही है। इक्रा रेटिंग में मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, ‘अगर अप्रैल, 2020 में लॉकडाउन के निर्यात आधार के हिसाब से व्यापक वृद्धि को दरकिनार भी कर दें तो अप्रैल, 2019 की तुलना में अप्रैल, 2021 में जोरदार वृद्धि हुई है। हालांकि इसके टिकाऊ बने रहने की स्थिति को अभी देखा जाना है। अप्रैल, 2021 में कुल मिलाकर उच्च वाणिज्यिक आयात से संकेत मिलता है कि घरेलू मांग में सुधार हुआ है और स्थानीय स्तर पर प्रतिबंधों की स्थिति में भंडारण बन रहा है।’ 
भारतीय इंजीनियरिंग और निर्यात संवर्धन परिषद (ईईपीसी) के चेयरमैन महेश देसाई ने कहा कि चीन को भेजी जाने वाली शिपमेंट की स्थिति पहले ही मजबूत है और उम्मीद है कि यह स्थिति बनी रहेगी। उन्होंने कहा, ‘यूरोप और उत्तरी अमेरिका में टीके का कवरेज बढ़ रहा है, ऐसे में मांग में और बढ़ोतरी की उम्मीद बन रही है।’ पहले के वित्त वर्ष और इस साल अप्रैल में वृद्धि की धारणा देखें तो यह उम्मीद है कि वाणिज्यिक वस्तुओं का निर्यात 2021-22 में 400 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। मई के पहले सप्ताह में निर्यात का कुल मूल्य पिछले साल की समान अवधि की तुलना में करीब 9 प्रतिशत ज्यादा था, जिसे देसाई सकारात्मक संकेत मानते हैं। 
ट्रिप्स से छूट

वाधवा ने कहा कि ट्रेड रिलेटेड अस्पेक्ट्स आफ इंटलएक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स (ट्रिप्स) से माफी के प्रस्ताव को विश्व व्यापार संगठन के सदस्य देशों में व्यापक स्वीकार्यता मिली है और विभिन्न देशों के अलावा हाल में अमेरिका ने भी समर्थन किया है, जिसे भारत व दक्षिण अफ्रीका समर्थन दे रहे हैं। 
उन्होंने कहा, ‘मुझे पूरी उम्मीद है कि कम समयावधि में डब्ल्यूटीओ में कुछ फैसला हो जाएगा। जैसा कि आप जानते हैं कि इस मसले पर चर्चा चल रही है और यह कुल मिलाकर आम सहमति पर होना है। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही इस बातचीत का परिणाम सामने होगा।’ 

First Published - May 14, 2021 | 11:31 PM IST

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