भारत और न्यूजीलैंड के बीच विश्व कप सेमीफाइनल से पहले पिच विवाद पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने बुधवार को स्पष्ट किया कि स्वतंत्र पिच सलाहकार को विश्वास में लेकर इस कदम को उठाया गया है।
मुंबई के वानखेड़े में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के बहुप्रतीक्षित सेमीफाइनल से कुछ घंटे पहले ऐसी रिपोर्ट सामने आई कि भारतीय क्रिकेट टीम प्रबंधन ने मुकाबले के लिए ‘स्पिनरों की मददगार पिच’ की मांग की है।
रिपोर्ट के अनुसार पहले सेमीफाइनल के लिए नई पिच की योजना बनाई गई थी, लेकिन घरेलू टीम के स्पिनरों की सहायता के लिए अब इस मैच को ‘इस्तेमाल की गई’ पिच पर खेला जाएगा।
ICC ने कहा कि पिच बदलने का निर्णय इसमें कुछ भी असामान्य नहीं है। उन्होंने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा, ‘‘इतने लंबे समय तक चलने वाले टूर्नामेंट के आखिर में पिच में बदलाव होना आम प्रक्रिया है। ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है।’’
ICC ने एक बयान में कहा, “यह बदलाव हमारे मेजबान के साथ आयोजन स्थल क्यूरेटर की सिफारिश पर किया गया है।’’
ICC ने यह भी कहा कि उसके स्वतंत्र पिच सलाहकार एटकिंसन को बदलाव की जानकारी थी। आईसीसी ने कहा, ‘‘आईसीसी के स्वतंत्र पिच सलाहकार को बदलाव के बारे में अवगत करा दिया गया था और उनके पास यह मानने का कोई कारण नहीं है कि पिच अच्छा नहीं खेलेगी।’’
विश्व कप के लिए आईसीसी की खेल नियमों के अनुसार, मेजबान संघ ‘पिच के चयन और तैयारी के लिए जिम्मेदार है’ और यह जरूरी नहीं है कि नॉकआउट मैच को नई पिचों पर खेला जाए।
पिच और आउटफील्ड ‘मॉनिटरिंग’ प्रक्रिया में एकमात्र शर्त यह है, ‘‘यह उम्मीद की जाती है कि जिन स्थानों को मैच की मेजबानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है, वे उस मैच के लिए सर्वोत्तम संभव पिच और आउटफील्ड पेश करेंगे।’’
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस से कोलकाता में जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने ने भी इसे ज्यादा तवज्जों नहीं दी।
कमिंस ने गुरुवार को ईडन गार्डन्स में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जाने वाले सेमीफाइनल से पहले कहा, ‘‘हां, मैंने वह (रिपोर्ट) देखी है। जाहिर तौर पर आईसीसी के पास एक स्वतंत्र पिच क्यूरेटर है जो इसका प्रबंधन करता है, इसलिए मुझे यकीन है कि वे यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि यह दोनों टीमों के लिए समान और उचित हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इस टूर्नामेंट में हमें अभी तक पिच को लेकर कोई परेशानी नहीं हुई है।’’