आईटी सेवा प्रदाता विप्रो (Wipro Q1 Results) ने जून तिमाही में 2,870 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जो एक साल पहले के मुकाबले करीब 12 प्रतिशत अधिक, लेकिन तिमाही आधार पर 6.6 प्रतिशत कम है। कंपनी का मुनाफा ब्लूमबर्ग द्वारा जताए गए 2,989 करोड़ रुपये के अनुमान से भी कम है।
जून तिमाही में राजस्व एक साल पहले की अवधि के मुकाबले 6 प्रतिशत बढ़कर 22,831 करोड़ रुपये रहा, जो ब्लूमबर्ग के अनुमान (22,992 करोड़ रुपये) से थोड़ा कम है। तिमाही आधार पर, राजस्व में 1.5 प्रतिशत की गिरावट आई, क्योंकि बैंकिंग, वित्तीय सेवा एवं बीमा (बीएफएसआई) और टेक्नोलॉजी जैसे प्रमुख वर्टिकलों ने डिस्क्रेशनरी खर्च में नरमी दर्ज की है।
विप्रो ने सितंबर में समाप्त होने वाली दूसरी तिमाही के लिए राजस्व 2 प्रतिशत घटने और स्थिर मुद्रा के संदर्भ में 1 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान जताया है, क्योंकि ग्राहकों द्वारा निर्णय लेने की प्रक्रिया सुस्त पड़ी है।
दूसरी तिमाही के लिए मार्जिन पिछली कुछ तिमाहियों के समान रहने का अनुमान
कंपनी प्रबंधन ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि दूसरी तिमाही के लिए मार्जिन पिछली कुछ तिमाहियों के समान रहने का अनुमान है। डॉलर में आईटी सेवा राजस्व सालाना आधार पर 1.1 प्रतिशत बढ़ा, लेकिन तिमाही आधार पर यह 2.8 प्रतिशत घटकर 2.78 अरब डॉलर रह गया। कंपनी ने जून तिमाही में कुल अनुबंध मूल्य (टीसीवी) में 1.2 अरब डॉलर के बड़े सौदे हासिल किए।
विप्रो के मुख्य कार्याधिकारी एवं प्रबंध निदेशक थिएरी डेलापोर्टे ने कहा, ‘विप्रो की पहली तिमाही का परिणाम बड़े सौदों की बुकिंग, मजबूत ग्राहकों के जुड़ने, और अच्छे मार्जिन पर आधारित रहा।
ग्राहकों के कम जरूरी खर्च घटने के बावजूद, हम नई व्यावसायिक गति को बरकरार रखे हुए हैं। हमने मजबूत डिलिवरी, नवाचार और नई सेवाओं के साथ अपने ग्राहकों का भरोसा जीता है और इससे बाजार भागीदारी बढ़ाने में भी मदद मिली है।’
पहली तिमाही में परिचालन मार्जिन एक साल पहले के 14.9 प्रतिशत से बढ़कर 16 प्रतिशत हो गया, लेकिन पूर्ववर्ती तीन महीनों के 16.3 प्रतिशत से इसमें तिमाही आधार पर मामूली गिरावट आई है।
विप्रो के मुख्य वित्तीय अधिकारी जतिन दलाल ने कहा, ‘मौजूदा समय में हमारा ध्यान परिचालन सुधार पर है, जिससे यह सुनिश्चित करना है कि कमजोर राजस्व परिवेश में भी मार्जिन मजबूत बना रहे।’
जून तिमाही के लिए पिछले 12 महीनों के आधार पर वोलंटरी एट्रीशन दर घटकर 17.3 प्रतिशत रह गई, जो मार्च तिमाही में 19.2 प्रतिशत थी। इससे संकेत मिलता है कि इस दर में धीरे धीरे कमी आ रही है।
विप्रो का शेयर 0.7 प्रतिशत चढ़कर 394.35 पर बंद
कंपनी का कायाकल्प करने के अपने प्रयासों के तहत डेलापोर्टे ने पांच-सूत्री रणनीति अपनाई है, जिसकी योजना उन्होंने विप्रो में शामिल होने के तुरंत बाद बना ली थी। इस रणनीति में क्षेत्रों और बाजारों को प्राथमिकता देकर, प्रमुख ग्राहकों और भागीदारों के साथ संबंध मजबूत बना कर और परिचालन मॉडल को आसान बनाकर वृद्धि की रफ्तार में तेजी लाना है।
जनवरी 2021 से विप्रो ने अपने आईटी सेवा सेगमेंटों को चार प्रमुख बाजार इकाइयों में पुनर्गठित किया है। विप्रो ने गुरुवार को शेयर बाजार बंद होने के बाद अपने नतीजों की घोषणा की। कंपनी का शेयर बीएसई पर 0.7 प्रतिशत चढ़कर 394.35 पर बंद हुआ।