प्रमुख दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 7,132 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया। कंपनी उच्च वित्तीय लागत और ग्राहकों की संख्या में गिरावट से लगातार जूझ रही है। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने 7,218 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया था।
वित्तीय तौर पर दबाव झेल रही इस दूरसंचार कंपनी को एक नई जिंदगी देने वाले सरकारी सुधार पैकेज की घोषणा के बाद यह पहली तिमाही वित्तीय नतीजा है। हालांकि कंपनी ने रकम जुटाने की घोषणा नहीं की है लेकिन उसने संकेत दिया है कि आसान ऋण जुटाने के लिए ऋणदाताओं से लगातार बातचीत चल रही है।
तिमाही के दौरान कंपनी का सकल राजस्व सालाना आधार पर 12.8 फीसदी घटकर 9,406 करोड़ रुपये रह गया। क्रमिक आधार पर राजस्व 2.8 फीसदी बढ़कर 9,152 करोड़ रुपये हो गया। परिचालन राजस्व में सालाना आधार पर गिरावट दर्ज की गई। तिमाही के दौरान कंपनी की वित्तीय लागत सालाना आधार पर 9 फीसदी बढ़कर 5,082 करोड़ रुपये हो गया।
तिमाही के दौरान वोडा-आइडिया का प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (एआरपीयू) 104 रुपये बढ़कर 109 रुपये हो गया। इस दौरान कंपनी को करीब 24 लाख ग्राहकों का नुकसान हुआ। क्रमिक आधार पर कंपनी ने 33 लाख 4जी ग्राहक जोड़े जिससे उसके कुल 4जी ग्राहकों की संख्या बढ़कर 11.62 करोड़ हो गई। डेटा खपत में क्रमिक आधार पर स्थिरता रही जबकि सालाना आधार पर उसमें 27 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
कंपनी के एमडी एवं सीईओ रवींदर टक्कर ने कहा, ‘तिमाही के दौरान हमने अपनी परिचालन रफ्तार में सुधार दर्ज किया क्योंकि टीकाकरण में तेजी के साथ ही अर्थव्यवस्था में भी धीरे-धीरे सुधार होने लगा है। हम अपनी प्रतिस्पर्धी स्थिति को बेहतर करने और बाजार में जीत हासिल करने के लिए अपनी रणनीति को लागू करन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’ सितंबर के अंत तक वोडाफोन आइडिया का कुल ऋण बोझ 1.97 लाख करोड़ रुपये था।
हिंडाल्को इंडस्ट्रीज का करोपरांत लाभ बढ़ा
हिंडाल्को इंडस्ट्रीज का समेकित शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में करीब 9 गुना बढ़कर 3,417 करोड़ रुपये हो गया जो कंपनी के लिए सर्वकालिक ऊंचाई है। पिछले साल के कमजोर आधार से मुनाफे को बल मिला। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने 387 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था और इस प्रकार करीब 783 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। तिमाही के दौरान क्रमिक आधार पर कंपनी के शुद्ध लाभ में 23 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। आदित्य बिड़ला समूह की इस कंपनी का राजस्व सितंबर तिमाही में एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 53 फीसदी और इससे पिछली तिमाही के मुकाबले 15 फीसदी बढ़कर 47,665 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी को नोवेलिस के दमदार प्रदर्शन से बल मिला। तिमाही के दौरान नोवेलिस से सबसे अधिक 30,512 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। उसके बाद तांबा कारोबार से 9,587 करोड़ रुपये और घरेलू एल्युमीनियम कारोबार से 7,812 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। ब्लूमबर्ग ने अनुमान जाहिर किया था कि कंपनी 44,424 करोड़ रुपये के राजस्व पर 2,778 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज कर सकती है। तिमाही के दौरान कंपनी का समेकित एबिटा सालाना आधार पर 56 फीसदी और क्रमिक आधार पर 19 फीसदी बढ़कर 8,048 करोड़ रुपये की सर्वकालिक ऊंचाई पर पहुंच गया।
कोल इंडिया की एकीकृत शुद्ध आय बढ़ी
सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लि. (सीआईएल) का 30 सितंबर को समाप्त चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 2,936.91 करोड़ रुपये पर लगभग स्थिर रहा है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 2,948.12 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। बीएसई को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी एकीकृत परिचालन आय बढ़कर 23,291.08 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 21,153.07 करोड़ रुपये रही थी। तिमाही के दौरान एकीकृत आधार पर कंपनी का कुल खर्च बढ़कर 20,424.52 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 18,177.82 करोड़ रुपये रहा था।
ग्रासिम का मुनाफा 41 फीसदी बढ़ा
आदित्य बिड़ला समूह की होल्डिंग कंपनी ग्रासिम इंडस्ट्रीज का एकीकृत राजस्व सितंबर तिमाही में 26 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 22,564 करोड़ रुपये रहा जबकि कर पश्चात लाभ सालाना आधार पर 41 फीसदी के इजाफे के साथ 1,359 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एकल आधार पर कंपनी का लाभ 180 फीसदी की उछाल के साथ 979 करोड़ रुपये रहा जबकि राजस्व 67 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 4,933 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पेंट कारोबार में उतर रही कंपनी ने कहा कि वह पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु में पेंट बनाने के लिए जमीन का अधिग्रहण कर चुकी है। कंपनी ने कहा, इन स्थानों की पहचान देश भर के उपभोक्ता केंद्र के नजदीक रहने के आधार पर हुई है।
ओएनजीसी का मुनाफा 565 फीसदी बढ़ा
ओएनजीसी ने सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही में एकल शुद्ध लाभ में 565.3 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है। सार्वजनिक क्षेत्र की इस कंपनी का शुद्ध लाभ तिमाही में 18,348 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 2,758 करोड़ रुपये रहा था।
ओएनजीसी के निदेशक मंडल ने 5 रुपये के शेयर पर 110 फीसदी अंतरिम लाभांश यानी प्रति शेयर 5.50 रुपये लाभांश देने की मंजूरी दी है। कंपनी ने कहा कि लाभांश के मद में कुल भुगतान 6,919 करोड़ रुपये होगा। इसकी रिकॉर्ड तारीख 23 नवंबर तय की गई है। तेल व गैस के कुल उत्पादन में गिरावट के बावजूद कंपनी का लाभ बढ़ा है। ओएनजीसी का कुल कच्चा तेल उत्पादन 3.8 फीसदी घटकर 54.7 लाख टन रहा, वहींं गैस का उत्पादन 7 फीसदी घटकर 5.467 अरब घनमीटर रहा। कंपनी का एकल व सकल राजस्व बढ़कर 24,353 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 16,916 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी को कच्चे तेल की कीमतों में सुुधार का फायदा मिला, जिससे लाभ में इजाफा हुआ। नामांकित फील्ड से वसूली 69.36 डॉलर प्रति बैरल रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 41.38 डॉलर प्रति बैरल रही थी।
समूह के स्तर पर ओएनजीसी का एकीकृत शुद्ध लाभ 18,749 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 5,675 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी का एकीकृत सकल राजस्व 1,22,029 करोड़ रुपये रहा, जो पहले 83,619 करोड़ रुपये रहा था। बीएस