प्रमुख औषधि कंपनी डॉ रेड्डीज का मानना है कि कोविड-19 संबंधी अनिश्चितताओं के कारण चालू वित्त वर्ष के दौरान कंपनी के प्रदर्शन में काफी उतार-चढ़ाव दिखेगा। कंपनी ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए अपनी वार्षिक रिपोर्ट में यह खुलासा किया।
अपने शेयरधारकों को जानकारी देते हुए कंपनी ने कहा कि चौथी तिमाही सहित पिछले वित्त वर्ष के प्रदर्शन पर इस वैश्विक महामारी का कोई खास प्रभाव नहीं रहा। कंपनी ने कहा, ‘हमारा मानना है कि वित्त वर्ष 2021 कहीं अधिक अनिश्चिततापूर्ण होगा। इसलिए हमारे समग्र प्रदर्शन में काफी उतार-चढ़ाव दिख सकता है।’
हालांकि कंपनी नए कारोबारी माहौल के अनुरूप ढ़लने को लेकर कंपनी काफी सतर्क रुख अपना रही है। कंपनी ने कहा है, ‘यदि हम इसे सफलतापूर्वक कर लेते हैं तो नई कोविड-19 वास्तविकता के संदर्भ में हमें उससे निपटने में समर्थ होंगे। और यदि ऐसा हुआ तो वित्त वर्ष 2021 में हमारा प्रदर्शन संतोषजनक रहना चाहिए।’ पिछले वित्त वर्ष में कंपनी के प्रदर्शन पर कोविड-19 के प्रभाव के बारे में बताते हुए डॉ रेड्डीज ने कहा कि घबराहट बढऩे के कारण अमेरिका, यूरोप और रूस जैसे कुछ बाजारों में कुछ अधिक बिक्री दर्ज की गई। हालांकि घरेलू बाजार और रूस एवं ब्राजील जैसे उभरते बाजारों में कंपनी की बिक्री इस वैश्विक महामारी के कारण प्रभावित हुई।
हैदराबाद की इस दवा कंपनी ने कहा कि वह कोरोनावायरस वैश्विक महामारी जैसी चुनौतियों के बीच चालू वित्त वर्ष के दौरान लागत घटाने और कुशलता बढ़ाने जैसे उपायों को जारी रखेगी। डॉ रेड्डीज ने कहा, ‘हमारा मानना है कि वित्त वर्ष 2021 में भी यह सफर जारी रहेगा। कंपनी रोगी-केंद्रित नवाचार, परिचालन कुशलता, लगातार सुधार और चुनिंदा क्षेत्रों में अग्रणी स्थिति हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेगी।’
उत्तरी अमेरिका जेनेरिक (एनएजी) करोबार के परिदृश्य के बारे में कंपनी ने कहा कि उसकी मौजूदा प्राथमिकताओं में नए उत्पादों को लॉन्च करने में तेजी लाना और मौजूदा उत्पादों की बाजार हिस्सेदारी बढ़ाना है। कंपनी के कुल राजस्व में एनएजी कारोबार से प्राप्त राजस्व का योगदान करीब 37 फीसदी है जो पिछले वित्त वर्ष में 17,460 करोड़ रुपये रहा।
जहां तक भारतीय कारोबार का सवाल है तो कंपनी निकट भविष्य में अपनी उत्पादकता में सुधार लाने और प्रमुख उपचार क्षेत्र एवं बड़े ब्रांडों पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेगी।