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नोएडा की सूचना प्रौद्योगिकी समाधान कंपनी कॉफोर्ज ने वित्त वर्ष 23 के दौरान स्थिर मुद्रा के आधार पर वार्षिक राजस्व में एक अरब डॉलर का आंकड़ा पार कर लिया है, जबकि वैश्विक व्यापक आर्थिक माहौल अनिश्चित हो गया था।
कॉफोर्ज के मुख्य कार्याधिकारी और कार्यकारी निदेशक सुधीर सिंह ने बातचीत में सौरभ लेले को बताया कि वृद्धि को बढ़ावा देने वाले स्पष्ट अवसर हैं। संपादित अंश …
यह अपेक्षाओं के अनुरूप था। यह पांचवीं ऐसी तिमाही थी, जहां ऑर्डर इनटेक 30 करोड़ डॉलर से अधिक रहा। बेशक, हमारी 12 महीने की ऑर्डर बुक अब 86.9 करोड़ डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर है, जो पिछले साल के इसी वक्त के मुकाबले 20 प्रतिशत अधिक है।
यह अच्छी तिमाही थी और इस बात के लिहाज से भी बहुत अच्छी तिमाही थी कि व्यापक अर्थव्यवस्था के संबंध में जो कुछ हो रहा था, उसके बावजूद हमने अन्य दो बड़ी टीमों का समापन कर दिया। हमने पूरे साल का 11 बड़े सौदों के साथ समापन किया, जिनमें से दो ऐसे समय में हुए कि जब व्यापक हालात काफी गड़बड़ वाले रहे।
यह (व्यापक आर्थिक वातावरण) काफी अनिश्चित है, लेकिन यह उद्योगों में भी बहुत भिन्न है। यात्रा क्षेत्र में मांग बहुत ज्यादा है। बैंकिंग की मांग काफी दबाव में है। बीमा के मामले में मांग लचीली लग रही है। लेकिन वह व्यापक कहानी है। इन कार्य क्षेत्रों के भीतर भी कई बारीकियां हैं।
मिसाल के तौर पर बीमा के भीतर आप पाएंगे कि वाणिज्यिक विशेषता वाले लघु और मध्य कारोबार (एसएमबी) क्षेत्र काफी ज्यादा खर्च कर रहे हैं, जबकि जीवन बीमा और अन्यूटी (एलऐंडए) नहीं कर रहे। बीमा क्षेत्र के भीतर अगर आप भौगोलिक क्षेत्रों पर नजर डालें, तो एशिया प्रशांत (एपीएसी) बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, जबकि उत्तरी अमेरिका नहीं कर रहा है। यह बारीक है। अवसरों के स्पष्ट क्षेत्र हैं, जो वृद्धि को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।
क्रमिक रूप से चौथी तिमाही में बीमा कार्य क्षेत्र पांच प्रतिशत बढ़ा है। वित्त वर्ष 23 बीमा के लिए कठिन वर्ष था। लेकिन इस तिमाही के दौरान यह सबसे तेजी से बढ़ने वाला कार्य क्षेत्र रहा है। इसमें काफी तेज वापसी हुई है और यह अच्छा है।
इस तिमाही में यात्रा कार्य क्षेत्र ढाई प्रतिशत बढ़ा है। लेकिन साल के मामले में यह 21 प्रतिशत से अधिक हो गया है। अगर उद्योग के लिए कोई उम्मीद की किरण है, तो ऐसा कोई भी उद्योग नहीं है, जिसकी मांग फिलहाल यात्रा क्षेत्र से अधिक हो।
वित्त वर्ष 24 में सकल मार्जिन वित्त वर्ष 23 की तुलना में 50 आधार अंक तक बढ़ सकता है और हमें लगता है कि एबिटा समान स्तर पर ही रहेगा। वेतन वृद्धि में कमी हो रही है। हमें उस तरह की वेतन वृद्धि नहीं देनी है, जो हमें पिछले दो साल में देनी पड़ी थी।
दूसरे, हमारे मामले में संरचनात्मक रूप से हमारा विदेशी राजस्व महत्वपूर्ण रूप से बढ़ रहा है क्योंकि हम कई बड़े सौदे कर रहे हैं। इसलिए ये दो बड़े कारक हैं, जो इसका संचाल कर रहे हैं।