वोडाफोन आइडिया (Vi) के ग्राहकों का रुझान भारत सरकार की कंपनी BSNL की ओर बढ़ रहा है। जुलाई में वोडाफोन आइडिया ने अपने टैरिफ यानी कॉल और डेटा की कीमतें बढ़ा दी थीं, जिसके बाद से यह ट्रेंड देखने को मिल रहा है। दूसरी तरफ, एयरटेल और जियो ने भी अपने टैरिफ बढ़ाए, लेकिन BSNL ने अपने पुराने दाम ही बरकरार रखे।
वोडाफोन आइडिया के सीईओ अक्षय मुंद्रा ने कहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद BSNL में जाने वाले ग्राहकों की संख्या में इजाफा हुआ है। इसका कारण यह है कि BSNL ने अपने प्लान्स की कीमतें नहीं बढ़ाईं, जिससे ग्राहकों को ज्यादा फायदा हो रहा है। हालांकि, मुंद्रा को लगता है कि बहुत सारे लोग एक से ज्यादा सिम नहीं रखेंगे।
वोडाफोन आइडिया के ग्राहकों का दूसरी कंपनियों की ओर जाना एक चिंता का विषय बन गया है। कंपनी को पिछली तिमाही में 25 लाख ग्राहक गंवाने पड़े हैं। लोग अपने रिचार्ज कम कर रहे हैं या फिर कम सुविधाओं वाले प्लान्स ले रहे हैं।
कंपनी का मानना है कि शुरुआती प्लान्स की कीमतें बढ़ाने से लोग एक से ज्यादा सिम रखने के बजाय एक ही सिम पर टिके रहेंगे। हालांकि, कंपनी के 4G ग्राहकों की संख्या में लगातार 12वीं तिमाही में बढ़ोतरी हुई है। अब कंपनी के पास 12.67 करोड़ 4G ग्राहक हैं, जो पिछले साल की तुलना में 0.3% ज्यादा है।
कंपनी को हर 100 ग्राहकों में से 4 से 4.5 ग्राहक छोड़कर जा रहे हैं, जबकि दूसरी कंपनियों के लिए यह संख्या केवल 2 ग्राहक है। कंपनी के सीईओ का कहना है कि इस समस्या का समाधान जल्दी नहीं मिलेगा।
वर्ष के अंत और शुरुआत के तीन महीने कंपनी के लिए अच्छे नहीं रहते, क्योंकि इस दौरान नए ग्राहक कम जुड़ते हैं। कंपनी को उम्मीद है कि साल के आखिरी तीन महीनों में स्थिति में सुधार आएगा और टैरिफ बढ़ाने का फायदा भी नजर आएगा।
कंपनी ने अपने नेटवर्क को बेहतर बनाने के लिए पैसे खर्च करना शुरू कर दिया है। कंपनी का कहना है कि सितंबर तक उनके पास 15% ज्यादा डेटा क्षमता होगी और 4G नेटवर्क 16 लाख ज्यादा लोगों तक पहुंचेगा। अभी कंपनी के पास 168000 4G टावर हैं, जिसे बढ़ाकर 215000 किया जाएगा।
वोडाफोन आइडिया ने अगले 12 से 15 महीनों में 50,000 से 55,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है। इस निवेश का अधिकांश हिस्सा 4G नेटवर्क को सुधारने में लगाया जाएगा। कंपनी 5G नेटवर्क के लिए भी पैसे खर्च करने की योजना बना रही है, लेकिन इस पर फैसला बाजार की स्थिति को देखकर ही लिया जाएगा। हालांकि, कंपनी के कई ग्राहकों के पास पहले से ही 5G फोन मौजूद हैं।
कंपनी को इस साल के पहले तीन महीनों में 6,432 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह नुकसान 7,840 करोड़ रुपये था। इस बार नुकसान में कमी इसलिए आई है क्योंकि कंपनी को ब्याज कम देना पड़ा है।