पवन ऊर्जा पैदा करने वाले टरबाइन जेनरेटरों को बनाने वाली कंपनी सुजलॉन एनर्जी अपने फॉरेन करेंसी कंवर्टेबल बॉन्डों (एफसीसीबी) की पुनर्संरचना के बारे में गंभीरता के साथ विचार कर रही है।
कंपनी ने एफसीसीबी के जरिये 50 करोड़ डॉलर की पूंजी उगाही थी। इसमें 30 करोड़ डॉलर की रकम उसने जून, 2007 में उगाही थी, जबकि बाकी के 20 करोड़ डॉलर की पूंजी उसने उसी साल अक्टूबर में उगाही थी। इन बॉन्डों को 2012 तक चुकता करना है।
29 अप्रैल को हुई बैठक में एफसीसीबी के उन बॉन्डधारकों ने पुनर्संरचना के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था, जिनके जरिये कंपनी ने अक्टूबर 2007 को 20 करोड़ डॉलर का संपत्ति उगाही थी। हालांकि, जून, 2007 में जिन लोगों ने बॉन्ड खरीदे थे, उन्होंने पुनर्संरचना को मंजूरी दे दी।
