दूसरी तिमाही का परिणाम घोषित होने के एक दिन बाद भारत की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक संजीव मेहता ने सरकार से मुद्रास्फीति पर नजर रखने का अनुरोध किया। कच्चा तेल उस स्तर पर पहुंच गया है, जो वर्ष 2014 में दर्ज किया गया था। कृषि जिंसों और धातुओं की कीमतों में तेजी आई है जिससे कॉरपोरेट क्षेत्र का मुनाफा प्रभावित हो रहा है। एफएमसीजी, इस्पात, सीमेंट और पेंट जैसे विभिन्न सेगमेंटों की कंपनियां कीमत वृद्घि और लागत नियंत्रण उपायों के बावजूद मार्जिन दबाव महसूस कर रही हैं।
सितंबर तिमाही में अब तक घोषित वित्तीय नतीजों के विश्लेषण से पता चलता है कि राजस्व के लिहाज से शीर्ष-20 कंपनियों (बीएसई 200) में से 14 ने तिमाही आधार पर सकल मार्जिन में गिरावट दर्ज की और इनमें से 13 ने सालाना आधार पर गिरावट दर्ज की। वहीं इनमें से 11 कंपनियों ने तिमाही आधार पर परिचालन मुनाफा मार्जिन में गिरावट दर्ज की, जबकि 10 ने सालाना आधार पर मार्जिन पर दबाव महसूस किया। कुछ खास कंपनियों के संदर्भ में बात की जाए तो पता चलता है कि एचयूएल का सकल मार्जिन सालाना आधर पर 159 आधार अंक घटा, जबकि उसका परिचालन मार्जिन समान अवधि में 6 आधार अंक बढ़ा।
इसी तरह, नेस्ले के मामले में, जहां उसका सकल मार्जिन 240 आधार अंक घटा, वहीं परिचालन मार्जिन में सिर्फ 64 आधार अंक तक की कमी आई। एचयूएल आगामी तिमाहियों को लेकर सतर्कता के साथ आशान्वित बनी हुई है और उसे जिंस कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ रहा है। सकल मार्जिन पर दबाव बने रहने का अनुमान है।
भारत की सबसे बड़ी पेंट निर्माता एशियन पेंट्स भी जिंस कीमतों में वृद्घि का दबाव महसूस कर रही है। जहां कंपनी ने दूसरी तिमाही के समेकित राजस्व में 32.6 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया है, वहीं उसके शुद्घ लाभ में 29 प्रतिशत तक की कमी आई है।
कंपनी का सकल मार्जिन और परिचालन मार्जिन सालाना आधार पर 966 आधार अंक और 1,057 आधार अंक तक घटा है।
एशियन पेंट्स के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी अमित सिंगले ने कहा कि इस कैलेंडर वर्ष के शुरू से कच्चे माल की कीमत में भारी तेजी आई है और इससे तिमाही में सभी व्यवसायों का सकल मार्जिन प्रभावित हुआ।
भारत की सबसे बड़ी सीमेंट निर्माता कंपनी अल्ट्राटेक ने अपने सकल और परिचालन मार्जिन में सालाना आधार पर 147 आधार अंक और 427 आधार अंक की गिरावट दर्ज की है। अन्य सीमेंट कंपनी एसीसी का सकल मार्जिन 88 आधार अंक तक घटा है, लेकिन परिचालन मार्जिन 59 आधार अंक बढ़ा।
जेएसडब्ल्यू स्टील को भी अपने परिचालन पर लागत दबाव का सामना करना पड़ा। सालाना आधार पर कंपनी का एबिटा 108 प्रतिशत तक चढ़ा था।