राजू के दिए जख्म भरने में जुटी सत्यम

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 09, 2022 | 8:53 PM IST

देश में अब तक के सबसे बड़े कॉरपोरेट घोटाले के सूत्रधार बी. रामलिंग राजू के हाथों गर्त में पहुंची सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज अब दोबारा अपने पैरों पर खड़े होने की पुरजोर कोशिश में जुट गई है।


इसके लिए वह अपने वैश्विक ग्राहकों से बातचीत कर रही है ताकि उन्हें सेवाएं मुहैया कराना जारी रखा जा सके।

हालांकि कंपनी के अंतरिम मुख्य कार्याधिकारी राम मैनमपति ने यहां संवाददाताओं से कहा कि कंपनी के पास नकदी की स्थिति उत्साहजनक नहीं है, इसके बावजूद कंपनी ने अपने 53,000 कर्मचारियों को दिसंबर 2008 का वेतन दे दिया है।

मैनमपति ने कहा- वेंडरों की बकाया राशि अभी देनी है। हम नकदी और बैलेंस शीट की जांच कर रहे हैं। हमें अल्पकाल में नकदी जुटानी है और हमें विश्वास है कि हम इसे जुटा लेंगे।

राजू द्वारा की गई हेरा-फेरी पर मैनमपति ने कहा कि नया प्रबंधन दल अभी भी इन मसलों पर जवाब देने की स्थिति में नहीं है क्योकि वह भी राजू द्वारा किए गए खुलासों का पता लगा रहा है और वित्तीय अनियमितताओं को ठीक करने की कोशिश कर रहा है।

निदेशक मंडल ने कंपनी की ऑडिट रिपोर्ट पर भरोसा किया और उन्हें धोखधड़ी के बारे में कोई संदेह नहीं था। राजू कहां हैं, यह पूछने पर उन्होंने कहा- मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता। लेकिन मेरा अनुमान है कि वह हैदराबाद में ही हैं। नया प्रबंधन राजू के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश भी कर सकता है।

उन्होंने बताया कि सत्यम को 80 फीसदी आय 100 प्रमुख ग्राहकों से होती है। लंबित अनुबंध पूरा करना और कारोबार को सामान्य तरीके से चलाना उनकी प्राथमिकता होगी। तीसरी तिमाही के नतीजे इसी महीने आने हैं और कंपनी रणनीतिक खरीदार के विकल्प पर विचार करेगी।

नकदी संकट के बावजूद सेवा बरकरार रखने की कवायद में जुटी कंपनी

कर्मचारियों को दिया वेतन, मगर वेंडरों की रकम बकाया

राजू की हेरा-फेरी खंगालने में जुटा प्रबंधन

First Published : January 9, 2009 | 12:06 AM IST