भारत और चीन के दरमियान बेहतर हो रहे संबंधों के बीच इलेक्ट्रिक व्हीकल (EVs) बनाने वाली चीन की दिग्गज कंपनी BYD भारत में अपनी मौजूदगी को और बढ़ाने की तैयारी कर रही है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, BYD के भारत के मैनेजिंग डायरेक्टर केत्सु झांग (Ketsu Zhang) अगले कुछ महीनों में भारत का दौरा करेंगे। झांग के सरकारी अधिकारियों से मिलने और कंपनी के घरेलू पैसेंजर व्हीकल प्लांट का निरीक्षण करने की उम्मीद है।
यात्रा प्रतिबंधों में ढील के चलते, कंपनी ने सीनियर मैनेजर्स और इंजीनियरों के लिए वीजा के आवेदन भी शुरू कर दिए हैं। इससे वाहन निर्माता को मशीनरी की सर्विसिंग और ट्रेनिंग प्रोग्राम को फिर से शुरू करने में मदद मिलेगी। भारत ने जुलाई 2025 में चीनी नागरिकों के लिए वीजा जारी करना फिर से शुरू किया, जो महामारी और गलवान घाटी संघर्ष के बाद 2020 से बंद था। दोनों देशों के बीच संबंधों में नरमी BYD को दुनिया के सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले देश में अपनी मौजूदगी मजबूत करने का अवसर प्रदान करेगी।
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BYD ने हाल ही में भारत में 10,000 ग्राहकों को सेवा प्रदान करने का मील का पत्थर पार किया है। कंपनी फिलहाल देश में eMAX 7, Atto 3, Seal और Sealion 7 मॉडलों की पेशकश कर रही है। हालांकि, कंपनी अगले साल की शुरुआत में Atto 2 कॉम्पैक्ट इलेक्ट्रिक SUV लॉन्च करने की योजना बना रही है, जो भारत में इसकी सबसे किफायती पेशकशों में से एक होगी और इसे टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसे घरेलू प्रतिस्पर्धियों के साथ खड़ा करेगी।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में बिक्री के हिसाब से चौथी सबसे बड़े इलेक्ट्रिक कार मेकर BYD की योजना है कि वह Atto 2 की कीमत 20 लाख रुपये से कम रखे। इसका मकसद है कि भारी आयात शुल्क के बावजूद मास मार्केट में जगह बनाई जा सके। वर्तमान में आयातित कारों पर 70 फीसदी ड्यूटी लगती है। कंपनी यह भी चाहती है कि सड़क पर चलाने के लिए नियामक मंजूरी मिले। इससे वह सालाना 2,500 कारों की वर्तमान सीमा से ज्यादा कारें आयात कर सकेगी।
भारत में फैक्ट्री लगाने का BYD का प्रस्ताव पहले ही खारिज हो चुका है। जुलाई 2023 में कंपनी ने एक स्थानीय कंपनी के साथ मिलकर इलेक्ट्रिक कार और बैटरी बनाने के लिए 1 अरब डॉलर का निवेश प्रस्ताव रखा था।