बाजार में फैली अफवाहों ने आज मुंबई की आईटी सॉफ्टवेयर सेवा कंपनी रोल्टा के शेयरों को धराशायी कर दिया। इसके कारोबार में 60 फीसदी तक की गिरावट आई।
हालांकि कंपनी ने उसके बारे में फैलाई गई ऐसी अफवाहों का खंडन कर दिया और इसका शेयर 17.75 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। कंपनी के बारे में ऐसी अफवाह फैल गई कि इसके प्रमोटर कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं। इसके अलावा स्वतंत्र निदेशकों के इस्तीफे को लेकर भी अटकलें लगाई जाने लगीं।
कुछ ब्रोकरों ने यह भी कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) में से एक गोल्डमैन सैक्स ने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेच दी है। गोल्डमैन सैक्स के पास रोल्टा में गोल्डमैन सैक्स मॉरीशस के जरिये 3.49 फीसदी हिस्सेदारी या 56 लाख से अधिक शेयर है।
जब रोल्टा इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक के के सिंह से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘हालांकि मैं खासकर निवेशकों को लेकर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता, लेकिन मैं यह बताना चाहूंगा कि फिडेलिटी ने हमसे कहा है कि वह कंपनी में अपनी हिस्सेदारी 5 फीसदी से बढ़ा कर 7 फीसदी करना चाहती है।’
प्रमोटर के के सिंह की कंपनी में 40 फीसदी हिस्सेदारी है और एफआईआई की इसमें 24 फीसदी की हिस्सेदारी है। कंपनी में हिस्सेदारी रखने वाले कुछ एफआईआई में क्रेडिट सुइसे सिंगापुर, एलआईसी और फिडेलिटी प्रमुख रूप से शामिल हैं।