ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज और उसकी सबसे बड़ी शेयरधारक इन्वेस्को के बीच कारोबारी लड़ाई दिलचस्प मोड़ लेती दिख रही है। इन्वेस्को ने पहली बार इसका खुलासा किया कि उसने रिलायंस इंडस्ट्रीज के स्वामित्व वाली मीडिया कंपनियों और ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के बीच फरवरी में विलय पर बातचीत को सुगम बनाने का प्रयास किया था। नेटवर्क18, टीवी18 ब्रॉडकास्ट और उसकी सहायक इकाइयों की प्रवर्तक रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) ने स्वीकार किया कि उसने ज़ी के अधिग्रहण के लिए बात की थी मगर इन्वेस्को और ज़ी के प्रवर्तकों के बीच अड़चन आने के बाद वह सौदे पर आगे नहीं बढ़ी।
रिलायंस ने बयान जारी कर कहा कि इस साल फरवरी-मार्च में इन्वेस्को (ज़ी की 18 फीसदी की हिस्सेदार) ने रिलायंस और ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी पुनीत गोयनका के बीच सीधे बातचीत कराने में मदद की थी। आरआईएल ने कहा, ‘हमने अपनी मीडिया संपत्तियों का ज़ी के साथ उचित मूल्यांकन पर विलय करने का व्यापक प्रस्ताव दिया था। ज़ी और हमारी संपत्तियों का मूल्यांकन समान मानदंड पर किया गया था। यह प्रस्ताव एकीकृत इकाइयों को मजबूत बनाने और ज़ी के शेयरधारकों सहित सभी के लिए मूल्य सृजित करने में मदद करने वाला था।’
रिलायंस जिस कंपनी में निवेश करती है, उसके मौजूदा प्रबंधन को जारी रखने का प्रयास करती है और उनके प्रदर्शन को पुरस्कृत करती है। प्रस्ताव में गोयनका को प्रबंध निदेशक बनाए रखने और प्रबंधन को ईसॉप देने की भी योजना थी। रिलायंस ने कहा, ‘लेकिन संस्थापक परिवार द्वारा तरजीही वारंट के जरिये अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की आवश्यकता को लेकर गोयनका और इन्वेस्को के बीच मतभेद शुरू हो गया। निवेशकों का मानना है कि संस्थापकों को बाजार में खरीद के जरिये ही अपनी हिस्सेदारी बढ़ानी चाहिए।’
रिलायंस ने कहा कि वह सभी संस्थापकों का सम्मान करती है और कभी भी जबरिया अधिग्रहण का प्रयास नहीं किया है। इसलिए कंपनी इस सौदे पर आगे नहीं बढ़ी। फिल्म निर्माण एवं टेलीविजन कंटेंट के लिए टीवी18 ब्रॉडकास्ट का फिलहाल अमेरिकी कंपनी वायकॉम इंक के साथ संयुक्त उपक्रम है। आरआईएल वायकॉम18 और जियो सिनेमाज का विलय ज़ी एंटरटेनमेंट के साथ करने की संभावना तलाश रही है। यह विलय आरआईएल की संपत्तियों के 17,500 करोड़ रुपये मूल्यांकन पर करने का प्रयास था। इस सौदे में टीवी18 ब्रॉडकास्ट का समाचार कारोबार शामिल नहीं था। लेकिन ज़ी जियो सिनेमाज के 9,000 करोड़ रुपये के मूल्यांकन से खुश नहीं थी।
जनवरी से अब तक टीवी18 के शेयर भाव में 50 फीसदी का इजाफा हो चुका है जबकि इसकी प्रवर्तक कंपनी नेटवर्क18 मीडिया का शेयर इस दौरान 103 फीसदी बढ़ा है। ज़ी एंटरटेनमेंट का शेयर आज 37 फीसदी चढ़कर 319 रुपये पर बंद हुआ। इससे ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज का बाजार मूल्य 30,472 करोड़ रुपये हो गया, वहीं टीवी18 और नेटवर्क18 का कुल बाजार मूल्य 14,732 करोड़ रुपये है।
मंगलवार को ज़ी ने कहा था कि इन्वेस्को प्रतिस्पर्धी कंपनी के साथ विलय का प्रस्ताव लेकर आई थी। अगर उसे स्वीकार किया जाता तो ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज के शेयरधारकों को 10,000 करोड़ रुपये का नुकसान होता। मगर ज़ी ने रिलायंस का नाम नहीं लिया था। इन्वेस्को ने कहा, ‘हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि रिलायंस द्वारा प्रस्तावित संभावित सौदे पर रिलायंस और गोयनका तथा ज़ी के प्रवर्तक परिवार से जुड़े अन्य लोगों के बीच बातचीत हुई थी। जी एंटरटेनमेंट की सबसे बड़ी शेयरधारक इन्वेस्को की भूमिका संभावित सौदे को सुविधाजनक बनाने में मदद करने की थी, इसके अलावा कुछ नहीं थी।’
इवेस्को ने कहा कि हमने पिछले दो वर्ष में ज़ी एंटरटेनमेंट को अच्छी स्थिति में वापस लाने के लिए कई गंभीर प्रयास किए हैं। रणनीतिक समूह के बारे में चर्चा इस प्रयास का सिर्फ एक हिस्सा रही है। उसने कहा, ‘ज़ी का 12 अक्टूबर का खुलासा असाधारण आम बैठक (ईजीएम) को अटकाने की एक और तिकड़म है।’ मंगलवार को ज़ी ने कहा था कि इन्वेस्को के प्रस्ताव के मुताबिक रणनीतिक साझेदार का एकीकृत इकाई में बहुलांश हिस्सा होगा और गोयनका को प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी बनाए रखने की योजना थी। ज़ी ने कहा, ‘ज़ी का मूल्यांकन 220 रुपये प्रति शेयर के भाव पर किया गया था। सार्वजनिक शेयरधारिता का मूल्य 21,129 करोड़ रुपये रखा गया था और रणनीतिक समूह की कंपनियों का मूल्यांकन 17,500 करोड़ रुपये माना गया था।’
इनगवर्न रिसर्च सर्विसेज के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक श्रीराम सुब्रमणयन ने पूछा, ‘अगर इन्वेस्को रणनीतिक साझेदार को लाने में भूमिका अदा कर रही थी तो उसे ईजीएम के अनुरोध के समय इसका खुलासा करना चाहिए था। इन्वेस्को अन्य शेयरधारकों को ईजीएम के लिए प्रेरित कर रही थी लेकिन अब वह अन्य शेयरधारकों का साथ गंवा सकती है। इसके साथ ही अगर इन्वेस्को अगर छह नए निदेशक नियुक्त कराना चाहती है तो क्या उसे स्वतंत्र माना जाएगा?’