कर्ज घटाने, पूंजी जुटाने और 2020-21 में रणनीतिक निवेशकों को जोडऩे के बाद मुकेश अंबानी की अगुआई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज अपनी मजबूत बैलेंस शीट के दम पर आगे बढऩे मेंं जुट गई है। 2020-21 की सालाना रिपोर्ट में कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा है, परिचालन में मजबूत नकदी प्रवाह और अब तक की सबसे ज्यादा जुटाई गई पूंजी ने हमारी बैलेंस शीट को और मजबूत कर दिया है। इससे हम कर्ज घटाने और तय समयसीमा से पहले शुद्ध रूप से शून्य कर्ज की अपनी प्रतिबद्धता पूरी करने में सक्षम हुए हैं।
अंबानी ने कहा, अब हमारे पास मजबूत बैलेंस शीट है और उसमें काफी नकदी है, जो बढ़त के हमारे मुख्य इंजन जियो, खुदरा और तेल से लेकर केमिकल कारोबार की बढ़त योजना को सहारा देगा। उन्होंने कहा कि आरआईएल ने देश का सबसे बड़ा राइट्स इश्यू (53,124 करोड़ रुपये, जिसे 1.59 गुना बोली मिली) पूरा किया, जो पिछले 10 साल में किसी गैर-वित्तीय संस्थान का भी सबसे बड़ा राइट्स इश्यू है। साल के दौरान जियो प्लेटफॉम्र्स और रिलायंस रिटेल ने रणनीतिक व वित्तीय निवेशकों (फेसबुक व गूगल समेत) से क्रमश: 1,52,056 करोड़ रुपये और 47,265 करोड़ रुपये जुटाए।
ऊर्जा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी बीपी ने भी आरआईएल के खुदरा र्ईंधन कारोबार की 49 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 7,629 करोड़ रुपये निवेश किए। साल के दौरान आरआईएल ने लंबी अवधि के विदेशी मुद्रा वाले 7.8 अरब डॉलर के कर्ज का पूर्व भुगतान कर दिया और इसके लिए आरबीआई की मंजूरी भी ली गई। उन्होंने कहा, यह किसी भारतीय देनदार की तरफ से लिए गए कर्ज का सबसे बड़ा समय पूर्व भुगतान है। कोरोना महामारी की पहली लहर में आरआईएल की दूरसंचार कंपनी जियो ने किस तरह से काम किया, इस पर अंबानी ने कहा, डिजिटल सेवाओं की ज्यादा स्वीकार्यता से जियो के कुल डेटा ट्रैफिक में सालाना आधार पर 27 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 1,668 करोड़ जीबी रही। अंबानी ने कहा, जियो की उच्च गति वाली कनेक्टिविटी सेवा ने करोड़ों भारतीयोंं को घर से काम करने और घर से पढ़ाई लिखाई करने के अलावा घर से खरीदारी करने में भी सक्षण बनाया।
5जी तकनीक को लेकर भविष्य की रणनीति पर उन्होंने कहा, ‘नई पीढ़ी की क्लाउड नेटिव 5जी आरएएन तकनीक के विकास को लेकर हम काफी उत्साहित हैं। क्वालकॉम और जियो ने भारत में 5जी का सफलतापूर्वक परीक्षण पूरा कर लिया है। जियो 5 जी सॉल्यूशन पर 1जीबीपीएस की गति हासिल करने में हम सफल रहे हैं।’
अंबानी ने कहा, ‘कोविड-19 कारोबार के बीच रिलायंस ओ2सी संयंत्र 100 प्रतिशत परिचालन करने में सफल रही है। कंपनी ने अपने उत्पाद बाहर भेजने शुरू कर दिए। ऊंचे स्तर पर परिचालन करने की क्षमता से रिलायंस समय पर उत्पादों की आपूर्ति करने में सफल रही है। इस तरह, कठिन परिस्थितियों में कंपनी हरेक स्तर पर परिचालन सुचारु रूप से जारी रहने में कामयाब रही।’ उन्होंने कहा कि वाहन, आवास और निर्माण, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में सुस्त मांग की भरपाई स्वास्थ्य एवं स्वच्छता उत्पादों, पैकेजिंग और ई-कॉमर्स में आई तेजी से पूरी हो गई।
अंबानी ने कहा, ‘वर्ष की दूसरी छमाही में ओ2सी खंड के लिए कारोबार माहौल में जबरदस्त सुधार हुआ। लॉकडाउन में ढील दिए जाने से आर्थिक गतिविधियों में तेजी आई जिससे मांग में काफी इजाफा हुआ। यह कोविड-19 से पूर्व के स्तर पर पहुंच गया। मांग में तेजी से दूसरी छमाही में मुनाफा भी सुधरा।’