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निदेशक पद से राजेंद्र लोढ़ा के इस्तीफे (17 अगस्त से प्रभावी) के बारे में एक्सचेंजों को दी गई सूचना के बाद लोढ़ा डेवलपर्स ने बुधवार को एक्सचेंजों को सूचित किया कि पूछताछ के माध्यम से मिली जानकारी के आधार पर इस मामले को जांच के लिए संबंधित अधिकारियों को भेजने का निर्णय लिया गया है। अगस्त में कंपनी ने एक्सचेंजों को भेजे नोटिस में कहा था, ‘उनके (राजेंद्र लोढ़ा के) आचरण से संबंधित कुछ मामले कंपनी की एथिक्स कमेटी के समीक्षाधीन हैं।’
सूत्रों ने बताया कि मुंबई पुलिस ने भारत के दूसरे सबसे बड़े सूचीबद्ध रियल एस्टेट डेवलपर द्वारा भूमि लेनदेन में कथित अनियमितताओं की शिकायत के बाद राजेंद्र लोढ़ा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। राजेंद्र और साहिल लोढ़ा को इस संबंध में भेजे गए सवालों का जवाब नहीं मिला है।
राजेंद्र लोढ़ा (प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक लोढ़ा के दूर के रिश्तेदार), उनके बेटे साहिल लोढ़ा और कई अन्य लोगों के नाम भी एफआईआर में दर्ज हैं। आरोप है कि इन लोगों ने बिना किसी अधिकार के फर्जी दस्तावेज बनाकर लोढ़ा डेवलपर्स के साथ धोखाधड़ी की और कंपनी को लगभग 85 करोड़ रुपये का वित्तीय नुकसान पहुंचाया।
लोढ़ा डेवलपर्स ने बुधवार को स्टॉक एक्सचेंजों को बताया, ‘कंपनी किसी भी कदाचार के प्रति, चाहे संबंधित व्यक्ति की वरिष्ठता या पद कुछ भी हो, सख्त जीरो-टॉलरेंस नीति अपनाती है। कंपनी के अनुरोध पर राजेंद्र लोढ़ा ने 17 अगस्त, 2025 को संगठन के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। इस घटना के मद्देनजर कंपनी ने एक स्वतंत्र बाहरी फर्म के साथ उनकी भूमिका से संबंधित क्षेत्रों में अपनी प्रक्रियाओं की व्यापक समीक्षा की है और उसके सुझावों को तत्काल लागू किया जा रहा है।’