आदित्य बिड़ला समूह अपनी वित्तीय सेवा होल्डिंग कंपनी आदित्य बिड़ला कैपिटल (AB Capital) में 5-7 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर 3,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रहा है। संभावित निवेशकों को आकर्षित करने के लिए समूह रोडशो कर रहा है।
रोडशो के दौरान अबु धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीआईए) सहित पश्चिम एशिया के कई फंडों ने कंपनी में दिलचस्पी दिखाई है। समूह आदित्य बिड़ला कैपिटल में पात्र संस्थागत निवेश (क्यूआईपी) के जरिये ग्रीन शू ऑप्शन सहित 5 से 7 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकता है। 31 मार्च, 2023 तक समूह की होल्डिंग कंपनी ग्रासिम की कंपनी में 71.02 फीसदी हिस्सेदारी थी, जबकि प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 16.8 फीसदी है।
एक बैंकिंग सूत्र ने अपनी पहचान जाहिर न करने की शर्त पर कहा, ‘एडीआईए आदित्य बिड़ला हेल्थ इंश्योरेंस (एबीसीएल की सहायक कंपनी) में 10 फीसदी हिस्सेदारी पहले ही खरीद चुकी है। उसने पिछले साल अगस्त में 665 करोड़ रुपये के एक सौदे के तहत यह अधिग्रहण किया था। अब वह क्यूआईपी में शिरकत कर सकती है।’ क्यूआईपी के समय के बारे में फिलहाल बैंकरों के साथ बातचीत की जा रही है।
आदित्य बिड़ला कैपिटल का शेयर आज 165 रुपये पर बंद हुआ। इससे कंपनी का कुल बाजार पूंजीकरण 40,044 करोड़ रुपये होता है। एबी समूह ने इस बाबत जानकारी के लिए भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं दिया।
कंपनी क्यूआईपी के जरिये जुटाई जाने वाली रकम का उपयोग ऋण एवं बीमा कारोबार को रफ्तार देने में कर सकती है। इसके अलावा रकम के एक हिस्से का उपयोग डिजिटल कारोबार को मजबूत करने और पूंजी पर्याप्तता एवं दिवालिया संबंधी जरूरतों को पूरा करने में भी किया जाएगा।
एनबीएफसी कारोबार में कंपनी विशेष तौर पर लघु एवं मझोले ग्राहकों के बीच पर्सनल लोन, उपभोक्ता ऋण और रेहन एवं बिना रेहन वाले कारोबारी ऋण वितरण को बढ़ाकर अपने पोर्टफोलियो में विस्तार पर ध्यान केंद्रित करेगी। इस आवास वित्त कंपनी के ऋण खाते का आकार इस साल मार्च तक 13,808 करोड़ रुपये था। अब वह प्राइम के साथ-साथ तेजी से उभरते सस्ते मकान श्रेणी में भी वृद्धि को रफ्तार देने की योजना बना रही है।
ग्रासिम सहित एबीजी ने पिछले तीन साल के दौरान एबीसीएल ग्रुप में निवेश किया है। वित्त वर्ष 2020 में एबीसीएल द्वारा जुटाए गए 2,100 करोड़ रुपये में एबीजी ने 1,000 करोड़ रुपये का निवेश किया था जिसमें ग्रासिम का निवेश 770 करोड़ रुपये था।