प्रैक्टो तेज रफ्तार के विकास के लिए तैयारी कर रही है क्योंकि कोविड वैश्विक महामारी के मद्देनजर स्वास्थ्य सेवा को काफी महत्त्व दिया जा रहा है और इसकी डिलिवरी तेजी से ऑनलाइन हो रही है। सिकोया और टेनसेंट जैसे वैश्विक निवेशकों के निवेश वाली बेंगलूरु की इस डिजिटल स्वास्थ्य सेवा फर्म खुद को एक एकीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म के तौर पर स्थापित करना चाहती है। इसी क्रम में वह तेजी से अपने डॉक्टरों और जांच केंद्रों में विस्तार करते हुए अधिक से अधिक शहरों और कस्बों को उसके दायरे में लाना चाहती है। प्रैक्टो के मुख्य कार्याधिकारी शशांक एनडी ने कहा, ‘कोविड ने लोगों के मन में स्वास्थ्य के बारे में जो जागरूकता पैदा की है, उसे देखते हुए मुझे लगता है कि अगले 4-5 वर्षों वर्षों के दौरान डिजिटल स्वास्थ्य सेवा में तेजी और सकारात्मक रूप से विस्तार होगा। इससे डिजिटल स्वास्थ्य सेवा परिवेश और हमारे लिए पैदा होने वाले अवसरों को लेकर हम काफी उत्साहित हैं।’
प्रैक्टो खुद को सबसे बड़े डॉक्टर बुकिंग प्लेटफॉर्म के तौर पर स्थापित कर चुकी है और पिछले छह महीनों के दौरान उसने डॉक्टरी परामर्श में 10 गुना वृद्धि दर्ज की है। उसके प्लेटफॉर्म पर नए आगंतुकों की संख्या बढ़कर 17.5 करोड़ हो चुकी है। डॉक्टरी परामर्श के लिए टेलीमेडिसिन पसंदीदा माध्यम बन गया है। इस फर्म ने अपने प्लेटफॉर्म पर 70 फीसदी से अधिक पहली बार के उपयोगकर्ताओं और गैर-महानगरों से आने वाले करीब 44 फीसदी उपयोगकर्ताओं को दर्ज किया है। प्रैक्टो के चिकित्सा एवं नैदानिक कारोबार ने मार्च के बाद करीब तीन गुना वृद्धि दर्ज की है। कंपनी अब अपने दायरे को मौजूदा 16,000 पिन कोड से बढ़ाकर 25,000 पिन कोड तक करना चाहती है।
शशांक ने कहा, ‘टेलीमेडिसिन की ताकत अब दिखने लगी है।’ उन्होंने कहा कि कंपनी का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा के पूरे क्षेत्र पर गौर करना और खुद को एक एकीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित करना है जो स्वास्थ्य सेवा संबंधी सभी जरूरतों को पूरा करता हो। इसमें डॉक्टरों की बुकिंग, नैदानिक जांच, टेलीकंसल्टेशन, दवाओं की डिलिवरी, बीमा का लाभ आदि स्वास्थ्य सेवा से संबंधित सबकुछ शामिल हो। कंपनी ने कहा है कि उसने पिछले तीन वर्षों में बीमा, स्वास्थ्य परामर्श पैकेज, दवाओं की डिलिवरी और बिना प्रतीक्षा के प्राइम अप्वाइंटमेंट आदि सेवाओं की पेशकश में उल्लेखनीय प्रगति की है।