वेंचर कैपिटल कंपनी पीक 15 पार्टनर्स (पुराना नाम सिकोया कैपिटल) ने अपने 2022 विंटेज फंड में 16 प्रतिशत कमी करने की घोषणा की है। भारतीय बाजारों में बढ़े मूल्यांकन के बीच ‘उपयुक्त कारोबारी’ दांव लगाने की रणनीति के तहत कंपनी ने यह निर्णय लिया है।
कंपनी 2.85 अरब डॉलर के इस फंड में 46.5 करोड़ डॉलर की कमी करेगी। यह कटौती संकेत दे रही है कि पीक 15 पार्टनर्स भारत में दीर्घकालिक निवेश पर नजर रखते हुए बाजार में बदलती परिस्थितियों के बीच ताल-मेल बैठाना चाह रही है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘हम जो फैसले करते हैं वे ही हमारी पहचान बनते हैं। हमने कुछ निर्णय लिए है जो आने वाले कई दशकों तक हमारे हित में होंगे।’ कंपनी ने भारतीय बाजार में ऊंचे मूल्यांकन पर कहा कि वह अपने ग्रोथ फंड में सोच-समझकर निवेश कर रही है। इसके अलावा हम दूसरी संभावनाओं पर भी नजर बनाए हुए हैं।
कंपनी ने भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। कंपनी ने इस क्षेत्र में अच्छी संभावनाओं और पोर्टफोलियो के मजबूत प्रदर्शन का हवाला दिया। विंटेज फंड में कटौती करने के बावजूद पीक 15 पार्टनर्स शुरुआती चरण के निवेश पर ध्यान लगातार बनाए हुए हैं। बयान में कहा गया है कि कंपनी के ग्रोथ और मल्टी-स्टेज फंडों में बदलाव किए गए हैं मगर इसके सीड और वेंचर फंडों में कोई बदलाव नहीं होगा।
भारतीय स्टार्टअप इकाइयों ने वेंचर कैपिटल (वीसी) से 2024 में जनवरी से अगस्त के बीच 7.5 अरब डॉलर जुटाए हैं। ग्लोबलडेटा के आंकड़ों के अनुसार पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में रकम और सौदों की संख्या में क्रमशः 53 प्रतिशत और 5.1 प्रतिशत तेजी आई है।
वेंचर कैपिटल फंडों के लिए भारत दुनिया के शीर्ष पांच बाजारों में शामिल है। जनवरी और अगस्त 2024 के बीच दुनिया में जितने वीसी सौदे हुए, उनमें भारत की हिस्सेदारी 7.3 प्रतिशत थी और रकम के लिहाज से यह 4.6 प्रतिशत थी। पीक 15 पार्टनर्स ने कहा, ‘बाजार में मौजूदा तेजी के बीच हमारा निर्णय थोड़ा विपरीत लग सकता है मगर यह दीर्घ अवधि में हमारे संस्थापकों और एलएलपी के हित में होगा।’
यह भी कहा जा रहा है कि कंपनी ने अपने तीन ग्रोथ फडों और चार मल्टी-स्टेज फंडों के लिए प्रबंधन शुल्क भी घटाकार 2 प्रतिशत कर दिया है। कंपनी ने इन फंडों के लिए मुनाफे का हिस्सा भी घटाकर 20 प्रतिशत कर दिया है।