पेटीएम अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के साथ पूंजी बाजार में उतरने के लिए जोरशोर से तैयारी कर रही है। कंपनी का आईपीओ नवंबर में आने की उम्मीद है। इस मामले से अवगत एक व्यक्ति ने कहा कि पेटीएम अपने प्राथमिक शेयरों की बिक्री से करीब 1.5 अरब डॉलर जुटाएगी।
उस व्यक्ति के अनुसार, पेटीएम पात्र संस्थागत खरीदारों और खुदरा निवेशकों को शेयरों की पेशकश करेगी। सूत्रों के अनुसार, कंपनी अपने आईपीओ के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) यानी मसौदा पत्र जुलाई तक बाजार नियामक सेबी के पास जमा कराने की तैयारी कर रही है।
डिजिटल भुगतान सेवा प्रदाता पेटीएम अपने दो प्रमुख प्रतिस्पर्धियों फोनपे और गूगल पे से आगे है। वित्त वर्ष 2020 में पेटीएम ने 3,406 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया जबकि इस दौरान फोनपे ने 427 करोड़ रुपये और गूगल पे ने 3.8 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग के अनुसार, क्यूआईपी कोई म्युचुअल फंड, वेंचर कैपिटल फंड, वैकल्पिक निवेश फंड और बोर्ड में पंजीकृत विदेशी उद्यम पूंजी निवेशक, कंपनी अधिनियम 1956 की धारा 4ए में परिभाषित सार्वजनिक वित्तीय संस्थान, अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक, बहुपक्षीय एवं द्विपक्षीय विकास वित्तीय संस्थान, राज्य औद्योगिक विकास निगम, भारतीय बीमा नियामक एवं प्राधिकरण में पंजीकृत बीमा कंपनी आदि हो सकते हैं।
पेटीएम 3 अरब डॉलर यानी करीब 22,000 करोड़ रुपये जुटाने के उद्देश्य से इसी साल जल्द से जल्द पूंजी बाजार में दस्तक देने के लिए तैयार है। यदि सबकुछ सफल रहा तो कंपनी का आईपीओ कोल इंडिया के बाद सबसे बड़ा आईपीओ होगा। कोल इंडिया ने 2010 में आईपीओ के जरिये 15,475 करोड़ रुपये जुटाए थे।