वित्तीय सेवा प्लेटफॉर्म पेटीएम ने कहा है कि उसने 1.2 अरब से अधिक मासिक लेनदेन के स्तर को हासिल कर लिया है। ऑफलाइन भुगतान और वित्तीय सेवाओं में खासी वृद्घि से कंपनी यह मुकाम हासिल करने में सफल रही। पेटीएम प्लेटफॉर्म पर वॉलेट, यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई), काड्र्स और नेटबैंकिंग सहित सभी तरह की भुगतान विधियों की अनुमति है।
फर्म ने यह भी कहा कि उसके ऑफलाइन मर्चेंट भुगतान में मासिक आधार पर 15 फीसदी की वृद्घि देखी जा रही है। पेटीएम के उपाध्यक्ष नरेंद्र यादव ने कहा, ‘हम सभी तरह के डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित कर रहे हैं और ग्राहकों को विविध विकल्प प्रदान कर रहे हैं जिससे हमें अग्रणी स्थिति बनाए रखने में मदद की है। सही मायने में हमारे उपयोगकर्ताओं का एक बड़ा हिस्सा उनका है जिन्होंने पेटीएम के साथ डिजिटल भुगतान को अपनाया था और अब वे हमारे वित्तीय सेवाओं को भी अपना रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि रेहड़ी-पटरी वाले और छोटे दुकानदार पेटीएम के साउंडबॉक्स को अपना रहे हैं जिससे डिजिटल भुगतान के प्रति भरोसा कायम करने में मदद मिली। इसके जरिये उन्हें हरेक भुगतान की पुष्टि प्राप्त होती है।
इस तकनीक को पिछले साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आगरा की फल विक्रेता प्रीति के साथ वर्चुअल संवाद में प्रदर्शित किया गया था।
साउंडबॉक्स आईओटी पर आधारित उपकरण है जो वॉयस-एक्टिवेटेड पीओएस मशीन है। यह सिम कार्ड वाले उपकरण पर काम करता है और एकमुश्त जमा पर दुकानदारों के लिए उपलब्ध है। इसके लिए मामूली मासिक शुल्क देना पड़ता है।
पेटीएम ने विक्रेताओं के बड़े आधार के लिए ऑफलाइन भुगतान के वास्ते विशेष तौर पर नए उत्पाद तैयार किए हैं, जिनमें पेटीएम ऑल-इन-वन क्यूआर, पेटीएम ऑल-इन-वन ऐंड्रॉयड पीओएस, साउंडबॉक्स, पेटीएम फासॅर बिज़नेस ऐप शामिल हैं। इन सेवाओं का लाभ 1.7 करोड़ से अधिक विक्रेता उठा रहे हैं।
कंपनी ने बयान में कहा कि उसने देश भर में तेजी से पहुंच के लिए 99 फीसदी पिन-कोड पर उन्नत तकनीकी ढांचा तैयार किया है। पेटीएम के 15 करोड़ मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता हैं।