तेजी से बढ़ रहा है देश में ऑनलाइन मूवी रेंटिंग कारोबार

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 11:04 AM IST

रियल एस्टेट और कंटेंट अधिग्रहण और लॉजिस्टिक्स की बढ़ती कीमतों के कारण ऑनलाइन मूवी रेंटिंग कारोबार में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है।


इस बाजार में बड़ी मात्रा में पूंजी निवेश करना पड़ता है। फिलहाल ऑनलाइन मूवी रेंटिंग के क्षेत्र में अनिल धीरूभाई अंबानी की बिग फ्लिक्स, सेवंटी एमएम और मूवी मार्ट समेत तीन ही बडे ख़िलाड़ी हैं।

फिलहाल देश में मूवी रेंटल का सालाना कारोबार 35-40 करोड़ रुपये का ही है। इस सुविधा के उपभोक्ताओं की संख्या भी 6-10 शहरों में लगभग 1,10,000 के आसपास ही है। इसके लिए सब्सक्राइबर को हर महीने 300 रुपये में उसके घर पर उसकी मांग के अनुसार डीवीडी भेजी जाती हैं।

अभी इस क्षेत्र में लगभग 150 करोड़ रुपये का ही निवेश हुआ है और किसी भी कंपनी ने मुनाफा कमाना शुरू नहीं किया है। लेकिन अगले तीन साल में यह तीनों कंपनियां इस क्षेत्र में लगभग 600 करोड़ रुपये निवेश कर सब्सक्राइबरों की संख्या 80-120 लाख तक पहुंचाने की योजना बना रही हैं। रियल्टी क्षेत्र और लॉजिस्टिक्स के दाम बढ़ने के बाद सब्सक्राइरों की संख्या में इजाफा करना अपने आप में एक चुनौती है।

बिग फ्लिक्स के मुख्य परिचालन अधिकारी कमल ज्ञानचंदानी ने कहा, ‘कंटेंट का अधिग्रहण , पाइरेसी और बड़े शहरों में रियल एस्टेट की बढती कीमतों के कारण हमारी लागत बढ़ रही है लेकिन हम अपने कारोबार को लेकर काफी गंभीर है।’ कंपनी ने 10 शहरों में लगभग 80 स्टोर खोले हैं। कंपनी अपने स्टोरों की संख्या बढ़ा कर 120 स्टोर करने के लिए लगभग 160-170 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।  कुल मिलाकर कंपनी अगले तीन साल में लगभग 400 करोड़ रुपये का निवेश कर 500 स्टोर खोलने की योजना बना रही है।

इस क्षेत्र में सबसे पहले आने वाली बेंगलुरु की कंपनी सेवेन्टी एमएम भी इस क्षेत्र के विस्तार को लेकर काफी सकारात्मक सोच रखती है।  कंपनी की योजना अगले पांच साल में लगभग 40 लाख सब्सक्राइबर बनाने की है। सेवेन्टी एमएम के मुख्य परिचालन अधिकारी शुभांकर सरकार ने कहा, ‘लगभग 4 करोड़ 80 लाख घरों में डीवीडी हैं। अगर इसमें से हर घर 100 रुपये देकर 2 डीवीडी भी हर महीने किराये पर लेते हैं तो बाजार में काफी संभावनाएं हैं। हमारा मानना है कि अगर किसी शहर में  एक कंपनी के लगभग 10,000 सब्सक्राइबर भी हो गये तो कंपनी वहां पर मुनाफा कमाने लगेगी।’

फिलहाल कंपनी के 6 शहरों में लगभग 70,000 सब्सक्राइबर हैं। साल 2009 में कंपनी लगभग 20 शहरों में सेवाएं देना शुरू करेगी। मूवी मार्ट के चेयरमैन सुरेश मनश्रामनी ने कहा, ‘जब हम इस क्षेत्र में आए थे तो समझ गये थे कि देश भर में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए भारी भरकम निवेश करना पड़ेगा। इसीलिए हमने लगभग 300 कस्बों में अपनी डीवीडी पहुंचाने के लिए डच लॉजिसिटक्स के साथ करार क र लिया था। इससे हमारी लागत में काफी कमी आई है। हमारा सालाना कारोबार लगभग 5 करोड़ रुपये का है और हमें पहले दिन से ही मुनाफा हो रहा है।’

लेकिन उद्योग विशेषज्ञों के मुताबिक रियल एस्टेट, रेंटल्स और श्रम शक्ति की बढ़ती कीमत के कारण इस क्षेत्र की कंपनियों को राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार करने के लिए भारी भरकम निवेश करना पड़ेगा। उद्योग विशेषज्ञ के मुताबिक , ‘बिग फ्लिक्स और सेवेन्टी एमएम के कर्मचारियों की संख्या कुल मिलाकर लगभग 900 है।’ सेवन्टी एमएम और मूवी मार्ट पहले ही 50 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी हैं। लेकिन कंपनियां और भी निवेश कर सकती हैं। मूवी मार्ट के दिल्ली क्षेत्र में लगभग 10,000 सब्सक्राइबर हैं।

मुकाबले को देखते हुए मूवी मार्ट ने अपना महीने का किराया 499 रुपये से घटाकर 275 रुपये ही कर दिया है। अब यह तीनों ऑनलाइन पोर्टल में से सबसे सस्ता हो गया है। तीनों कंपनियों के पस कुल मिलाकर 50,000 फिल्में हैं। हाल ही में फिक्की की एक रिपोर्ट में अगले दो साल में मूवी रेंटल का कारोबार लगभग 2,000 करोड़ रुपये का होने के अनुमान हैं।

First Published : July 15, 2008 | 12:39 AM IST