प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
भारत के अग्रणी कृषि कमोडिटी एक्सचेंज एनसीडीईएक्स ने श्रीलंका में स्थापित होने वाले नए कमोडिटीज ऐंड फाइनैंशियल डेरिवेटिव्स एक्सचेंज में नियामक और सरकारी मंजूरी मिलने के बाद करीब 20 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने का निर्णय लिया है। इस कदम से एनसीडीईएक्स की पड़ोसी देश के वित्तीय पारिस्थितिकीतंत्र में पैठ गहरी होगी।
श्रीलंका में कोलंबो स्टॉक एक्सचेंज (सीएसई) के जरिए बढ़ावा दिए जा रहे कमोडिटी और फाइनैंशियल डेरिवेटिव्स के नए एक्सचेंज को सीएसईडीईएक्स कहा जाता है। अभी श्रीलंका में कमोडिटी डेरिवेटिव्स या फाइनैंशियल डेरिवेटिव्स के लिए कोई एक्सचेंज नहीं है।
सूत्रों ने बताया कि यदि मंजूरी मिल जाती है तो यह शायद किसी भारतीय कमोडिटी एक्सचेंज द्वारा सीधे भारत के बाहर किसी एक्सचेंज में हिस्सेदारी खरीदने का दुर्लभ उदाहरण होगा। हालांकि अतीत में भारतीय बॉर्स (ब्रिटेन के अलावा अन्य यूरोपीय एक्सचेंज) और एक विदेशी एक्सचेंज के बीच साझेदारी और सहयोग के उदाहरण रहे हैं। एनसीडीईएक्स के एमडी व सीईओ अरुण रास्ते ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘हमने कुछ महीने पहले श्रीलंका के प्रतिभूति और विनिमय आयोग (सीएसई) के साथ समझौता ज्ञापन किया था। इसके तहत एनसीडीईएक्स बीओटी – बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर मॉडल के तहत तकनीकी सहायता, उत्पाद विकास में विशेषज्ञता आदि प्रदान करके एक नया एक्सचेंज सीएसईडीईएक्स बनाने पर सहमत हुआ है।