टैक्सी सेवा प्रदाता कंपनी ओला के नए खाद्य कारोबार में तेजी से सुधार हो रहा है। कई दौर के अनलॉक और रेस्टोरेंट के खुलने से कारोबार सुधरा है। साथ ही वायरस के प्रसार को लेकर लोगों का डर भी कम हुआ है।
सॉफ्टबैंक समर्थित कंपनी ने कहा है कि महामारी के बावजूद उसके खाद्य ब्रांड ‘खिचड़ी एक्सपेरिमेंट’ में एक साल से कम अवधि में ही ऑर्डर की संख्या 10 लाख से ज्यादा पहुंच चुकी है।
ओला फूड्स के मुख्य कार्याधिकारी प्रणय जीवराजका ने कहा,, ‘यह सभी प्लेटफॉर्मों में सबसे तेजी से बढ़ता ब्रांड बन गया है।’ हम खिचड़ी को नई श्रेणी बनाने में सफल हुए हैं और इस क्षेत्र में हमारी 80 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी है।
ओला फूड्स ने 2019 में कारोबार शुरू किया था, जिसने तकनीक से चलने वाले 50 से ज्यादा किचन तक नेटवर्क का विस्तार किया। इससमय इसकी उपस्थिति देश के 6 शहरों में है, जिनमें बेंगलूरु, मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, पुणे और हैदराबाद शामिल हैं।
ओला के तीन इन हाउस ब्रांड खिचड़ी एक्सपेरिमेंट, पराठा एक्सपेरिमेंट और बोलसम हैं। कंपनी कई और ब्रांडों पर काम कर रही है।
जीवराजका ने कहा, ‘ओला फूड्स में किचन के नेटवर्क के माध्यम से हम तेजी से हर बाजार में ग्राहकों की प्राथमिकता के आधार पर फूड ब्रांड बनाना चाहते हैं।’
एक साल की अवधि के दौरान फर्म ने 150-200 किचन के नेटवर्क से 8-10 ब्रांड का पोर्टफोलियो बनाया है। इसका ध्यान देश भर में प्रसार कनरे और अन्य श्रेणियों जैसे बिरयानी, पिज्जा और हेल्थ में ब्रांडों का पोर्टफोलियो बनाने पर है। इनमें से कुछ ब्रांडों को पहले ही चुनिंदा बाजारों में शुरू कर दिया गया है। फर्म अगले कुछ महीनों में इसका कारोबार बढ़ाएगी।
क्लाउड किचन का खासकर महामारी के दौरान महत्त्व तेजी से बढ़ रहा है। रेस्टोरेंट आपूर्ति का अंतर भर रहे हैं। रियल एस्टेट की भारी लागत की वजह से इसका तेज विस्तार संभव नहीं था। ओला ने कहा कि वह शहरी इलाकों में खाने की मांग का 75-80 प्रतिशत तक विस्तार करने की योजना बना रही है।
