शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवा में कारोबार करने वाले मणिपाल समूह के प्रमुख रंजन पई ने फार्मईजी में राइट्स इश्यू के जरिये 1,300 करोड़ रुपये का निवेश किया है। मामले से जुड़े करीबी सूत्रों ने बताया कि यह निवेश उनके पारिवारिक कार्यालय के जरिये किया गया है। संपर्क करने पर पई ने टिप्पणी करने से इनकार किया।
पई का यह निवेश फार्मईजी के 3,500 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू का हिस्सा है। कंपनी के निर्गम को निवेशकों का जबरदस्त समर्थन मिला। उसके लिए 3,950 करोड़ रुपये से अधिक के आवेदन मिले हैं, मगर कंपनी की योजना 3,500 करोड़ रुपये जुटाने की है। शेष 2,200 करोड़ रुपये मौजूदा शेयरधारकों से जुटाए गए हैं। पई अपने इस निवेश के साथ ही करीब 13 से 14 फीसदी हिस्सेदारी के साथ कंपनी के सबसे बड़ी शेयरधारक बन गए हैं। कंपनी का दूसरा सबसे बड़ा शेयरधारक संस्थागत निवेशक प्रोसस होगी।
फार्मईजी की मूल कंपनी एपीआई होल्डिंग्स की कुल शेयर हिस्सेदारी की जानकारी फिलहाल नहीं मिल पाई है। मगर निवेश की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वह स्पष्ट हो जाएगा। कंपनी में पई को शेयरधारकों और कर्मचारियों से बिकवाली के जरिये हिस्सेदारी मिली है।
फार्मईजी के सह-संस्थापक धवल शाह ने कहा, ‘हमने 3,500 करोड़ रुपये जुटाए हैं। बाजार में काफी मांग दिख रही थी जिसे हमें विनम्रता से अस्वीकार करना पड़ा। हरेक शेयरधारक ने हमारा समर्थन किया है। उन्होंने हमारे दृष्टिकोण में भरोसा किया और एपीआई की टीम जो कर रही है उसमें मूल्य देखा। हमारा समर्थन करने के लिए धन्यवाद।’
सूत्रों ने कहा कि पई एपीआई होल्डिंग्स के बोर्ड में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि फिलहाल कंपनी में हिस्सेदारी बढ़ाने की उनकी कोई योजना नहीं है।
जानकार सूत्रों ने बताया कि यह रकम सबसे कम मूल्यांकन पर जुटाई गई है। हालांकि बिज़नेस स्टैंडर्ड ने स्वतंत्र रूप से मूल्यांकन की पुष्टि नहीं की है। ट्रैक्शन के आंकड़ों के अनुसार, फार्मईजी की मूल कंपनी एपीआई होल्डिंग्स का मूल्यांकन 2022 में 8.45 अरब डॉलर था।
कंपनी जुटाई गई रकम के जरिये अपना ऋण बोझ घटाएगी। फार्मईजी पर गोल्डमैन सैक्स का कुल 30 करोड़ डॉलर का कर्ज है। उसके एक हिस्से का भुगतान जल्द ही करना होगा।