सिकोया कैपिटल के निवेश वाली भारतीय स्किनकेयर स्टार्टअप मामाअर्थ अगले साल आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की योजना के साथ 30 करोड़ डॉलर जुटाने के लिए बातचीत कर रही है। इस मामले से अवगत तीन लोगों ने बताया कि कंपनी आईपीओ से पहले अपना मूल्यांकन करीब 3 अरब डॉलर करना चाहती है।
साल 2016 में स्थापित मामाअर्थ फेस वॉश, शैंपू, हेयर ऑयल आदि अपने ‘टॉक्सिन-फ्री’ उत्पादों के लिए भारत में लोकप्रिय हो रही है। बाजार में वह हिंदुस्तान यूनिलीवर, प्रॉक्टर ऐंड गैंबल आदि प्रमुख कंपनियों से प्रतिस्पर्धा कर रही है।
इसी साल जनवरी में सिकोया और बेल्जियम की सोफिना सहित निवेशकों से रकम जुटाते समय कंपनी का मूल्यांकन 1.2 अरब डॉलर आंका गया था। इस मामले से अवगत एक व्यक्ति ने कहा कि मामाअर्थ की नजर 3 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर है बिक्री में वृद्धि और भविष्य के संभावित राजस्व के आधार पर होने वाली आय के मुकाबले 10 से 12 गुना अधिक है।
अपनी पहचान जाहिर न करने की शर्त पर सूत्रों ने बताया कि कंपनी इस साल के अंत तक आईपीओ का मसौदा दस्तावेज तैयार करने की योजना बना रही है। दो सूत्रों ने बताया कि मामाअर्थ आईपीओ के जरिये 30 करोड़ डॉलर जुटाने के लिए शुरुआती चरण की बातचीत कर रही है। जबकि एक अन्य सूत्र ने कहा कि कंपनी 35 करोड़ डॉलर जुटाना चाहती है।
मामाअर्थ के प्रवक्ता ने आईपीओ संबंधी योजना के बारे में टिप्पणी करने से इनकार किया।
कंपनी आईपीओ के लिए अपने लक्षित मूल्यांकन के लिए रकम जुटाने की तैयारी कर रही है। सूत्रों ने बताया कि कंपनी इस सौदे के लिए बुकरनर के तौर पर जेपी मॉर्गन चेस, जेएम फाइनैंशियल और कोटक महिंद्रा कैपिटल को नियुक्त करने के लिए बातचीत कर रही है। जेपी मॉर्गन चेस ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार किया। जेएम फाइनैंशियल और कोटक ने तत्काल कोई प्रतिकिया नहीं दी।