इंजीनियरिंग दिग्गज लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) का समेकित शुद्ध लाभ अप्रैल-जून तिमाही में करीब 45 प्रतिशत बढ़कर 1,702.07 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने मंगलवार को अपने वित्तीय नतीजों की घोषणा की। कंपनी ने इस अवधि में ब्लूमबर्ग द्वारा जताए गए 1,647 करोड़ रुपये के अनुमान से भी बेहतर मुनाफा दर्ज किया है। एक साल पहले की अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ 1,174.44 करोड़ रुपये पर था। हालांकि तिमाही आधार पर शुद्ध लाभ पहली तिमाही में 53 प्रतिशत घट गया, क्योंकि इस पर मुद्रास्फीति दबाव और रुपये में गिरावट का प्रभाव पड़ा।
परिचालन से समेकित राजस्व समीक्षाधीन तिमाही में 22.22 प्रतिशत तक बढ़कर 35,853.20 करोड़ रुपये रहा, जबकि ब्लूमबर्ग ने 34,588 करोड़ रुपये का अनुमान जताया था। एलऐंडटी के मुख्य वित्तीय अधिकारी आर शंकर रमन ने कहा कि वृद्धि को निर्माण गतिविधि में आई तेजी और विभिन्न परियोजनाओं में मजबूत क्रियान्वयन से भी कंपनी को मदद मिली। हालांकि तिमाही आधार पर पहली तिमाही में एलऐंडटी का राजस्व 32 प्रतिशत घट गया, क्योंकि अप्रैल-जून को इन्फ्रा और इंजीनियरिंग कंपनियों के लिए चौथी तिमाही के मुकाबले मॉनसून सीजन की वजह से कमजोर अवधि माना जाता है।
रमन ने कहा कि विभिन्न चुनौतियों के बावजूद कंपनी ने पहली तिमाही में ऑर्डर प्रवाह में अच्छी तेजी दर्ज की और 41,805 करोड़ रुपये मूल्य के ठेके हासिल किए। 30 जून, 2022 तक, समूह की समेकित ऑर्डर बुक 3.63 लाख करोड़ रुपये पर दर्ज की गई थी।
एशियन पेंट्स का शुद्ध लाभ 78.9 फीसदी बढ़ा
एशियन पेंट्स का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में बढ़कर 1,017 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने 569 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। तिमाही के दौरान कंपनी का राजस्व 55 फीसदी बढ़कर 8,579 करोड़ रुपये हो गया। एशियन पेंट्स के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी ने कहा, ‘घरेलू सजावटी कारोबार में अच्छी उपभोक्ता मांग रही और तिमाही के दौरान राजस्व वृद्धि शानदार रही। तिमाही के दौरान मात्रात्मक बिक्री में वृद्धि पिछली छह तिमाहियों में सर्वाधिक रही।’ तिमाही के दौरान कंपनी का मार्जिन बढ़कर 19.4 फीसदी हो गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 18.1 फीसदी रहा था। जबकि करपूर्व मुनाफा (पीबीआईडीटी) 66.7 फीसदी बढ़कर 1,668 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी ने कहा कि बाथ फिटिंग कारोबार में बिक्री 120.1 फीसदी बढ़कर 117.99 करोड़ रुपये हो गई। एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 53.61 करोड़ रुपये रहा था। तिमाही के दौरान रसोई श्रेणी में बिक्री 68.3 फीसदी बढ़कर 64.79 करोड़ रुपये से 109.04 करोड़ रुपये हो गई।
बजाज ऑटो को निर्यात से मिली रफ्तार
प्रमुख वाहन कंपनी बजाज ऑटो चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में उम्मीद से बेहतर आय दर्ज की। तिमाही के दौरान अधिक निर्यात से कंपनी के प्रदर्शन और समग्र प्राप्तियों को रफ्तार मिली। तिमाही के दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 11 फीसदी बढ़कर 1,173 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 1,061 करोड़ रुपये रहा था। हालांकि क्रमिक आधार पर शुद्ध लाभ में 20 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने एक नोट में कहा है कि तिमाही आधार पर कंपनी के शुद्ध लाभ में गिरावट का मुख्य कारण वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही में बुकिंग से एकमुश्त 315 करोड़ रुपये का फायदा रहा। तिमाही के दौरान परिचालन आय सालाना आधार पर 8 फीसदी बढ़कर 7,386 करोड़ रुपये से बढ़कर 8,005 करोड़ रुपये हो गई। ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों के सर्वेक्षण में 7,904 करोड़ रुपये की बिक्री पर 1,109 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ का अनुमान जाहिर किया गया था।
कंपनी के पास 30 जून तक 20,509 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी उपलब्ध थी जबकि 31 मार्च 2022 को यह आंकड़ा 19,090 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी ने तिमाही के दौरान खुल बाजार से 2,500 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की पुनर्खरीद की। कंपनी का शेयर आज 2.30 फीसदी गिरावट के साथ 3,925.20 करोड़ रुपये पर बंद हुआ।
टाटा पावर का लाभ हुआ दोगुना
टाटा पावर का समेकित शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 103.2 फीसदी बढ़कर 794.60 करोड़ रुपये हो गया। तिमाही के दौरान कंपनी ने बाजार के अनुमानों से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया। ब्लूमबर्ग के अनुमान में कहा गया था कि तिमाही के दौरान कंपनी का शुद्ध लाभ 461 करोड़ रुपये हो सकता है। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने 391.03 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया था। तिमाही के दौरान परिचालन से प्राप्त राजस्व 43 फीसदी बढ़कर 14,495.48 करोड़ रुपये हो गया जो बाजार के अनुमान 12,035 करोड़ रुपये के मुकाबले काफी अधिक है। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने 10,132 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया था। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का एबिटा 2,107 करोड़ रुपये रहा।
यूनियन बैंक का शुद्ध लाभ बढ़ा
सार्वजनिक क्षेत्र के ऋणदाता यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का शुद्ध लाभ जून तिमाही में सालाना आधार पर 32.02 प्रतिशत बढ़कर 1,558 करोड़ रुपये रहा। बैंक को अपनी शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) में वृद्धि की वजह से मदद मिली। मुंबई स्थित ऋणदाता ने पिछले साल की समान अवधि के दौरान 1,181 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। तिमाही आधार पर, उसका शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही के 1,440 करोड़ रुपये से 8.19 प्रतिशत तक बढ़ गया। बैंक का शेयर मंगलवार को बीएसई पर 225 फीसदी गिरावट से 37.10 रुपये पर बंद हुआ। बैंक की एनआईआई पहली तिमाही में वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही के 7,013 करोड़ रुपये से 8.1 प्रतिशत तक बढ़कर 7,582 करोड़ रुपये पर रही। यह तिमाही आधार पर मार्च 2022 की तिमाही के 6,769 करोड़ रुपये से 12 प्रतिशत तक अधिक रही। बैंक का एनआईएम पहली तिमाही में घटकर 3 प्रतिशत रह गया, जो एक सा पहले 3.08 प्रतिशत पर था।
बैंक में प्रबंध निदेशक ए मणिमेखालई ने कहा कि ऋण वृद्धि में तेजी से एनआईएम मार्च 2023 तक सुधरकर 3.1 प्रतिशत पर पहुंच जाने का अनुमान है। बैंक की शुद्ध ब्याज आय सालाना आधार पर सिर्फ 1.36 प्रतिशत बढ़कर पहली तिमाही में 2,817 करोड़ रुपये पर रही, जो वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में 2,779 करोड़ रुपये थी। इसमें तिमाही आधार पर वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही के 3,243 करोड़ रुपये से गिरावट आई।