लार्सन एंड टुब्रो (L&T) ने भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) के साथ रणनीतिक साझेदारी की है ताकि भारतीय वायुसेना के एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) प्रोग्राम को समर्थन दिया जा सके। एलएंडटी ने शेयर बाजार को जानकारी दी कि दोनों कंपनियों का यह ग्रुप सरकार की एरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी द्वारा जारी ‘एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट’ नोटिस में हिस्सा लेगा और आने वाले हफ्तों में अपना जवाब जमा करेगा। कंपनी ने बताया कि यह साझेदारी दोनों कंपनियों के डिफेंस एयरोस्पेस और डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स के अनुभव को जोड़कर भारत के 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान बनाने में मदद करेगी।
एलएंडटी के चेयरमैन और एमडी एस. एन. सुब्रमण्यम ने कहा, “बीईएल के साथ हमारा यह सहयोग भारत की रक्षा क्षमताओं के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है। हमारी संयुक्त ताकत राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करेगी और रक्षा तकनीक में आत्मनिर्भरता बढ़ाएगी।”
हाल के सालों में सरकार घरेलू रक्षा उत्पादन पर जोर दे रही है। अगले 10 सालों तक हर साल करीब 25 से 30 अरब डॉलर (2 से 2.5 लाख करोड़ रुपये) का पूंजीगत खर्च रक्षा क्षेत्र पर करने की योजना है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहले ही कह चुके हैं कि निजी कंपनियों की हिस्सेदारी कुल रक्षा उत्पादन में कम से कम 50% होनी चाहिए और सरकार इस दिशा में उनका पूरा साथ देगी।
एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) भारतीय वायुसेना का सबसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। इसका मकसद पुराने हो चुके मिराज-2000 और जैगुआर विमान को बदलना है। वायुसेना का लक्ष्य 2030 के दशक में 125 से 140 ऐसे लड़ाकू विमान तैयार करने का है।
बीईएल के चेयरमैन और एमडी मनोज जैन ने कहा, “AMCA प्रोजेक्ट भारत की बढ़ती रक्षा तकनीकी क्षमताओं का प्रतीक है। एलएंडटी के इंजीनियरिंग और सिस्टम इंटीग्रेशन अनुभव और बीईएल की डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स विशेषज्ञता मिलकर वायुसेना को विश्वस्तरीय समाधान देंगे, जो दशकों तक काम आएगा।” इस साझेदारी के बीच L&T के शेयर बुधवार को 3703.55 की ऊंचाई तक पहुंच गए। दोपहर 12.23 बजे कंपनी का शेयर पिछले दिन से 0.99% ऊपर 3694.45 पर ट्रेड कर रहा था। हालांकि, BEL के शेयर 1.56% नीचे 398.10 पर ट्रेड कर रहे थे।