अभियांत्रिकी क्षेत्र की दिग्गज लार्सन ऐंड टुब्रो (एलऐंडटी) ने 10,000 करोड़ रुपये के शेयर पुनर्खरीद की आज घोषणा की और तिमाही नतीजों का भी ऐलान किया। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एलऐंडटी का शुद्ध मुनाफा 46.5 फीसदी बढ़ा है। परिचालन प्रदर्शन में सुधार तथा अन्य आय की वजह से कंपनी का मुनाफा बढ़ा है।
एलऐंडटी ने 6 रुपये प्रति शेयर का विशेष लाभांश देने की भी घोषणा की। कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि विशेष लाभांश ए एम नाइक के कार्यकाल के प्रतीक के तौर पर दिया जा रहा है। एलऐंडटी के समूह चेयरमैन नाइक इस साल सितंबर में सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एलऐंडटी का शुद्ध मुनाफा 2,493 करोड़ रुपये रहा। इस दौरान कंपनी की आय पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के मुकाबले 33.6 फीसदी बढ़कर 47,882 करोड़ रुपये रही। एलऐंडटी के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक एस एन सुब्रमण्यन ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में कंपनी का मजबूत प्रदर्शन आय और मुनाफे में वृद्धि, मजबूत बैलेंस शीट का नतीजा है, जिससे रिटर्न अनुपात में भी सुधार हुआ है।’
पुनर्खरीद के तहत 3.33 करोड़ शेयरों की खरीद अधिकतम 3,000 रुपये प्रति शयेर के भाव पर की जाएगी, जिस पर 10,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। अगर यह पुनर्खरीद परवान चढ़ती है तो किसी भी भारतीय विनिर्माण कंपनी द्वारा यह अभी तक की सबसे बड़ी शेयर पुनर्खरीद होगा। ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक 2012 में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 10,440 करोड़ रुपये की पुनर्खरीद की घोषणा की थी जिनमें से 3,361 करोड़ रुपये का उपयोग हुआ था।
यह एलऐंडटी द्वारा पुनर्खरीद का दूसरा प्रयास है। इससे पहले अगस्त 2018 में कंपनी ने 9,000 करोड़ रुपये की पुनर्खरीद का प्रस्ताव दिया था जिसे बाजार नियामक से मंजूरी नहीं मिल पाई थी। एलऐंडटी के पूर्णकालिक निदेशक और मुख्य वित्तीय अधिकारी आर शंकर रमन ने कहा, ‘उसके बाद दिशानिर्देशों को स्पष्ट करने के लिए हमने सेबी के साथ काम किया है।’ उन्होंने कहा कि दिशानिर्देश अब पुनर्खरीद के बाद की गणना में वित्तीय सेवा कारोबार से संबंधित ऋण पर विचार नहीं करेंगे।
हालांकि पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के 3,987 करोड़ रुपये की तुलना में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एलऐंडटी का शुद्ध मुनाफा 37.5 फीसदी घटा है। कंपनी का परिचालन से शुद्ध मुनाफा 3,095 करोड़ रुपये रहा जबकि अन्य आय सालाना आधार पर 65 फीसदी बढ़कर 1,146 करोड़ रुपये रही। कंपनी ने कहा कि ट्रेजरी निवेश पर प्रतिफल बढ़ने से अन्य आय में इजाफा हुआ है।
ब्लूमबर्ग के सर्वेक्षण में विश्लेषकों ने कंपनी का समायोजित शुद्ध मुनाफा 2,128.5 करोड़ रुपये और आय 41,056 करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया था। वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में कंपनी का ऑर्डर प्रवाह सालाना आधार पर 57 फीसदी बढ़कर 65,520 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने कहा कि घरेलू बुनियादी ढांचा क्षेत्रों और पश्चिम एशियाई बाजार में अक्षय ऊर्जा और हाइड्रोकार्बन क्षेत्र से ऑर्डर में मजबूती आई है। जून 2023 तक एलऐंडटी की ऑर्डर बुक 4.12 लाख करोड़ रुपये की थी, जिनमें 29 फीसदी अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर हैं।