सज्जन जिंदल के नेतृत्व वाली कंपनी जेएसडब्ल्यू स्टील ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में अब तक का सर्वाधिक मुनाफा दर्ज किया है। तिमाही के दौरान राजस्व में तेजी से मुनाफे को बल मिला। इस दौरान कंपनी के समेकित शुद्ध लाभ में एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 350 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
तिमाही के दौरान कंपनी ने अब तक का सर्वाधिक तिमाही राजस्व और सर्वाधिक तिमाही परिचालन एबिटा भी दर्ज किया। इस दौरान कंपनी का परिचालन राजस्व 32,503 करोड़ रुपये रहा। शुद्ध बिक्री सालाना आधार पर 71 फीसदी और तिमाही आधार पर 12 फीसदी बढ़कर 31,909 करोड़ रुपये हो गई। ब्लूमबर्ग के आकलन के अनुसार, सितंबर तिमाही में कंपनी की शुद्ध बिक्री 32,108 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 5,744 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जाहिर किया गया था।
तिमाही के दौरान कंपनी कुल इस्पात बिक्री क्रमिक आधार पर 10 फीसदी बढ़कर 38.3 लाख टन रही। कंपनी के निर्यात में क्रमिक आधार पर 22 फीसदी का सुधार हुआ जिससे घरेलू मांग में गिरावट की आंशिक भरपाई हो गई।
तिमाही के दौरान भूषण पावर ऐंड स्टील लिमिटेड (बीपीएसएल) के प्रदर्शन में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ। मात्रात्मक बिक्री बढऩे से कंपनी को बल मिला। मुनाफे में इस संयुक्त उद्यम की हिससेदारी तिमाही आधार पर 86 फीसदी बढ़कर 603 करोड़ रुपये हो गई जो एक साल पहले 323 करोड़ रुपये रही थी। तिमाही के दौरान कंपनी का परिचालन एबिटा भी 10,417 करोड़ रुपये पर अब तक का सर्वाधिक रहा। इस दौरान कंपनी का कुल पूंजीगत खर्च 3,639 करोड़ रुपये रहा जबकि वित्त वर्ष 2022 के लिए कुल नियोजित पूंजीगत खर्च 18,240 करोड़ रुपये है।
टीवीएस मोटर का शुद्ध लाभ फीसदी बढ़ा
टीवीएस मोटर ग्रुप की प्रमुख वाहन कंपनी टीवीएस मोटर कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में 29 फीसदी बढ़कर 234.37 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने 181.41 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया। तिमाही के दौरान बिक्री बढऩे से मुनाफे को बल मिला। तिमाही के दौरान कंपनी का परिचालन राजस्व 23 फीसदी बढ़कर 6,483 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले की समान तिमाही में 5,245 करोड़ रुपये रहा था। तिमाही के दौरान दोपहिया वाहनों की कुल बिक्री 8.70 लाख वाहन रही जो एक साल पहले की समान तिमाही में 8.34 लाख वाहन रही थी। इस दौरान मोटरसाइकिल की कुल बिक्री 4.39 लाख रही जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 3.66 लाख वाहन रही थी। इसी प्रकार कुल स्कूटर बिक्री 2.66 लाख वाहन और तिपहिया वाहन की कुल बिक्री 0.47 लाख वाहन रही।
आईडीबीआई बैंक का शुद्ध लाभ बढ़ा
निजी क्षेत्र के ऋणदाता आईडीबीआई बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही 75 फीसदी बढ़कर 567 करोड़ रुपये हो गया। तिमाही के दौरान शुद्ध ब्याज आय में वृद्धि और प्रावधान मद की रकम में कमी आने से मुनाफे को बल मिला। एक साल पहले की समान तिमाही में बैंक ने 324 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। तिमाही के दौरान बैंक की शुद्ध ब्याज आजय 9 फीसदी बढ़कर 1,854 करोड़ रुपये हो गई। इस दौरान शुद्ध ब्याज मार्जिन 32 आधार अंक बढ़कर 3.02 फीसदी हो गया।
बैंक का शेयर आज 2.03 फीसदी बढ़त के साथ 55.6 रुपये पर बंद हुआ। तिमाही के दौरान बैंक का प्रावधान 12 फीसदी घटकर 642 करोड़ रुपये रह गया जो एक साल पहले की समान तिमाही में 730 करोड़ रुपये रहा था। इस दौरान प्रावधान कवरेज अनुपात सुधरकर 97.27 फीसदी हो गया जो एक साल पहले 95.96 फीसदी रहा था। तिमाही के दौरान कुल एनपीए अनुपात सुधरकर 20.92 फीसदी हो गया जो एक साल पहले 25.08 फीसदी रहा था। बैंक ने श्रेय समूह की कंपनियों पर अपने बकाये को पूर्ण प्रावधान के बाद बट्टेखाते में डाल दिया है। इसी प्रकार शुद्ध एनपीए अनुपात तिमाही के दौरान 1.62 फीसदी रहा जो एक साल पहले 2.67 फीसदी रहा था। सितंबर तिमाही में पूंजी पर्याप्तता अनुपात सुधरकर 16.59 फीसदी हो गया।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र का शुद्ध लाभ शानदार रहा
बैंक ऑफ महाराष्ट्र का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 102.7 फीसदी बढ़कर 264 करोड़ रुपये हो गया। तिमाही के दौरान दमदार ब्याज एवं शुल्क आय से मुनाफे को बल मिला। एक साल पहले की समान तिमाही में बैंक ने 130 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। तिमाही के दौरान बैंक की शुद्ध ब्याज आय 33.84 फीसदी बढ़कर 1,500 करोड़ रुपये हो गई जो एक साल पहले की समान तिमाही में 1,120 करोड़ रुपये रही थी। तिमाही के दौरान बैंक की गैर-ब्याज आय 22.61 फीसदी बढ़कर 493 करोड़ रुपये हो गई। इसमें पीरामल एंटरप्राइजेज द्वारा खरीदी गई आवास वित्त कंपनी डीएचएफएल से 260 करोड़ रुपये की वसूली भी शामिल है। तिमाही के दौरान बैंक की जमा 14.47 फीसदी बढ़कर 1,81,572 करोड़ रुपये हो गई और सकल अग्रिम 11.44 फीसदी बढ़कर 115,236 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान तिमाही में सकल अग्रिम 103,408 करोड़ रुपये रहा था।
तिमाही के दौरान बैंक की सकल निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घटकर 5.56 फीसदी रह गई जो एक साल पहले 8.81 फीसदी थी। शुद्ध एनपीए घटकर 1.73 फीसदी रह गया जो एक साल पहले 3.30 फीसदी था। तिमाही के दौरान प्रावधान कवरेज अनुपात सुधरकर 92.38 फीसदी हो गया जो एक साल पहले 87.15 फीसदी रहा था।
एशियन पेंट्स का शुद्ध लाभ 29 फीसदी घटा
एशियन पेंट्स लिमिटेड ने गुरुवार को बताया कि 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में उसका समेकित शुद्ध लाभ 29 फीसदी घटकर 605.17 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसने पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 851.9 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ अर्जित किया था। दूसरी तिमाही में परिचालन से कंपनी का समेकित राजस्व 7,096.01 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले 5,350.23 करोड़ रुपये था। कंपनी ने कहा कि दूसरी तिमाही में उसका कुल खर्च 6,418.17 करोड़ रुपये रहा जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 4,299.12 करोड़ रुपये था। इसमें से इस्तेमाल की गई सामग्री की लागत 4,570.53 करोड़ रुपये रही जबकि एक साल पहले की इसी तिमाही में यह 2,646.49 करोड़ रुपये थी।