भारती एयरटेल के निदेशक मंडल की शुक्रवार को बैठकहोगी जिसमें वित्त पोषण के प्रस्ताव का मूल्यांकन किया जाएगा। कंपनी ने सोमवार को स्टॉक एक्सचेंज को यह जानकारी दी है।
वित्त पोषण की यह योजना 5जी स्पेक्ट्रम की प्रस्तावित नीलामी से पहले तैयार हो रही है और तीन महीन के दौरान यह इस तरह की दूसरी कवायद है। पिछले अक्टूबर में कंपनी ने राइट्स इश्यू के जरिये लगभग 21,000 करोड़ रुपये जुटाए थे और भुगतान के प्रथम चरण से पहले ही 5,200 करोड़ रुपये से अधिक की राशि एकत्रित कर चुकी है।
कंपनी ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि निदेशक मंडल की बैठक में तरजीही निर्गम (प्रवर्तकों/प्रवर्तक समूह के अलावा) के माध्यम से इक्विटी शेयर जारी करने के प्रस्ताव
पर विचार और मूल्यांकन किया जाएगा।
इससे पहले महीने की शुरुआत में भारती एयरटेल ने कॉरपोरेट पुनर्गठन की अपनी कवायद को अमल में नहीं लाने का फैसला किया था, जिससे सभी डिजिटल परिसंपत्तियों का सूचीबद्ध इकाई में विलय हो सकता था और मुख्य दूरसंचार कारोबार एक अलग सहायक कंपनी में विभक्त हो सकता था।
एयरटेल ने कॉरपोरेट पुनर्गठन की दिशा में नहीं बढऩे के अपने फैसले के पीछे निवेश के बेहतर परिदृश्य और सरल किए गए लाइसेंस ढांचे का हवाला दिया था। उद्योग के सूत्रों ने कहा कि पिछले अक्टूबर में सुधार कार्यक्रम की घोषणा के बाद से दूरसंचार कंपनियों के लिए विनियामकीय बाधाओं में कमी आई है। इसने समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) की परिभाषा को बदल दिया, बैंक गारंटी को औचित्यपूर्ण बनाया और बकाया राशि के लिए अतिरिक्त मॉरेटोरियम प्रदान किया है।