भारत की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने पहली तिमाही में 5,452 कर्मियों की शुद्ध वृद्धि दर्ज करने की घोषणा की है। यह वृद्धि तीन तिमाहियों की सुस्ती (कर्मियों की नियुक्ति के संदर्भ में) के बाद दर्ज की गई है।
वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के अंत में टीसीएस के कुल कर्मियों की संख्या बढ़कर 6,06,998 हो गई।
वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में कंपनी ने 11,000 फ्रेशर भी शामिल किए।
कंपनी के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि 11,000 में ऐसे फ्रेशर भी शामिल हैं जिनकी पिछले वित्त वर्ष में नियुक्ति में देरी हुई थी।
वित्तीय नतीजों के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान लक्कड़ ने कहा, ‘11,000 में से कुछ फ्रेशर पिछले साल के हैं, हालांकि यह एक छोटा सा हिस्सा है। हमारे पास पिछले साल का कोई बैकलॉग नहीं है। आगे चलकर हम जो भी कर्मचारी जोड़ेंगे, वे इस साल ऑफर लेटर पाने वाले फ्रेशर्स होंगे।’
एक्सेंचर (Accenture) के बाद टीसीएस कर्मचारियों की संख्या में शुद्ध स्तर पर वृद्धि की घोषणा करने वाली दूसरी फर्म बन गई है। न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंसल्टिंग एवं आईटी सेवा फर्म के कर्मियों की संख्या वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही के अंत में 7,882 तक बढ़ गई थी, जिसके साथ कुल आंकड़ा 750,200 पर पहुंच गया था।
कंपनी की एट्रीशन दर (Attrition rate) भी पिछले 13 प्रतिशत से बढ़कर 14 प्रतिशत पर पहुंच गई। वित्त वर्ष 2024 में टीसीएस के कुल कर्मियों की संख्या वित्त वर्ष 2023 के मुकाबले 13,249 तक घट गई थी।
लक्कड़ ने कहा कि भले ही कंपनी ने इस साल कैम्पस से 40,000 नियुक्तियां करने का लक्ष्य रखा है, लेकिन हालात काफी हद तक वृहद स्थिति पर निर्भर करेंगे। लक्कड़ ने कहा, ‘यह हमारी मुख्य रणनीति है और हम इस आंकड़े तक पहुंचने की कोशिश करेंगे, लेकिन इस बारे में हम वर्ष के दौरान आगे बढ़ने के साथ ही निर्णय लेंगे।’
टीसीएस (TCS) ने कहा कि 70 फीसदी कर्मचारी ऑफिस लौट आए हैं, लक्कड़ ने भी माना कि जो लोग ऑफिस नहीं आ रहे हैं, उसका प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने कहा, ‘लोगों के ऑफिस न आने से कुछ परिणाम सामने आते हैं। हम इसका विवरण या प्रभाव की मात्रा नहीं बता सकते। हम कर्मचारियों में अनुशासन लाना चाहते हैं।’पहली तिमाही में एट्रीशन 12.1 प्रतिशत रही, जो पूर्ववर्ती तिमाही के 12.5 प्रतिशत से कम है।