देश में सस्ता स्मार्टफोन उतारने की रिलायंस जियो की हालिया घोषणा ने कंपनी की आक्रामक विपणन रणनीति की याद को ताजा कर दिया, जो उसने शुरू में अपनाया था। विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम का टैरिफ पर मामूली असर होने की संभावना है, लेकिन इससे 5जी की ओर तेज गति से बढऩे में मदद मिलेगी।
डेलॉयट इंडिया के पार्टनर व दूरसंचार क्षेत्र के लीडर पी. वैश्य ने कहा, भारत में बड़े पैमाने पर दूरसंचार सेवाएं अपनाने में अफोर्डेबल व आसान कीमत वाली योजनाएं अहम रही हैं। भारत में तेजी से 5 अपनाया जाएगा क्योंंकि हेल्थकेयर, एजुकेशन और कृषि क्षेत्र समेत अन्य में डिजिटलीकरण हुआ है। पिछली पीढ़ी की तकनीक अपनाए जाने के मुकाबले 5जी की ओर तेजी गति से अपनाया जाएगा।
सितंबर 2016 में जियो भारतीय दूरसंचार क्षेत्र में उतरी थी और उस समय कंपनी ने मुफ्त डेटा व असीमित कॉल सुविधा के साथ लैस सस्ता फीचर फोन पेश किया था। आक्रामक प्रवेश से न सिर्फ कंपनी मजबूत मोबाइल सेवा ऑपरेटर के तौर पर स्थापित हुई बल्कि वह बाजार से छोटी प्रतिस्पर्धी कंपनियों को बाहर निकालने के लिए भी जिम्मेदार है।
गुरुवार को रिलायंस जियो ने कहा कि वह गूगल संग साझेदारी में विकसित जियोफोन नेक्स्ट स्मार्टफोन पेश करेगी। फिच रेटिंग्स के वरिष्ठ निदेशक नितिन सोनी ने कहा, मेरी राय में जियो-गूगल की नजर अफोर्डेबल स्मार्टफोन 2जी फीचर फोन इस्तेमाल करने वाले 20 करोड़ लोगों पर है और इस पेशकश से जियो को इस सेगमेंट में बड़ी हिस्सेदारी हासिल करने में मदद मिलेगी। मुझे नहीं लगता कि फोन पेश करने से उद्योग की टैरिफ पर बहुत ज्यादा असर देखने को मिलेगा।
ब्रोकरेज कंपनियों ने कहा है कि प्रस्तावित कदम से कंपनी के ग्राहकों की संख्या में 10 सितंबर से बढ़ोतरी होगी जब वह गणेश चतुर्थी के दिन इसकी पेशकश करेगी। हालांकि मौजूदा फीचर फोन ग्राहकों पर इसका शायद ही असर देखने को मिलेगा। एडलवाइस ने एक रिपोर्ट में कहा, हमारा मानना है कि भारत में स्मार्टफोन अपनाने में कीमत अहम चुनौती नहीं है। कई ग्राहक अपनी कठोरता, लंबे समय तक चलने वाली बैटरी आदि के कारण फीचर फोन इस्तेमाल करना पसंद करते हैं। भारत में स्मार्टफोन की औसत कीमत 150 डॉलर से ज्यादा है और 4,000 से 7,000 रुपये की रेंज वाले स्मार्टफोन की मांग कम है। हमारा मानना है यह फीचर फोन ग्राहकों का बड़ा हिस्सा आकर्षित करने में नाकाम रह सकता है।
कुछ ब्रोकरेज का मानना है कि यह घोषणा आक्रामक है क्योंकि 5जी का इकोसिस्टम अभी विकसित होना बाकी है। आईआईएफसीएल ने कहा, जियोनेक्स्ट स्मार्टफोन 10 सितंबर को पेश करने की मुकेश अंबानी की घोषणा सकारात्मक है।