चीन से इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के लिए गुणवत्ता मंजूरियों को लेकर भारत की सख्ती से पिछले महीने ऐपल के नए आईफोन के आयात में कमी देखने को मिली और इस उद्योग के दो अधिकारियों का कहना है कि श्याओमी जैसी कंपनियों द्वारा निर्मित अन्य उत्पादों के निर्यात में भी कमी आने का अनुमान है।
गुणवत्ता नियंत्रण एजेंसी भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के लिए आवेदनों को अक्सर 15 दिनों के अंदर पूरा किया जाता है, लेकिन अब इनमें दो महीने या इससे भी ज्यादा समय लग रहा है।
बीआईएस ने चीन निर्मित उत्पादों (जैसे स्मार्टफोन, स्मार्टवॉच और लैपटॉप) के आयात को मंजूरियों में विलंब करना शुरू किया है। जून में सीमा पर टकराव के बाद चीन के साथ संबंधों में कड़वाहट आने से बीआईएस ने इस तरह की सख्ती दिखाई है। सीमा पर संघर्ष में 20 भारतीय सैनिक मारे गए थे।
इसके बाद से भारत ने चीन के सैकड़ों मोबाइल ऐप (टेनसेंट, अलीबाबा और बाइटडांस समेत) को प्रतिबंधित कर दिया है और चीन से निवेश के नियम सख्त बना दिए हैं। भारत ने मंगलवार को 43 अन्य ऐप को भी प्रतिबंधित कर दिया है।
दोनों देशों की सीमा पर टकराव की वजह से भारतीय व्यापारियों और कई हिन्दू संगठनों ने चीन के उत्पादों का बहिष्कार करने का आह्वान किया है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आत्मनिर्भर और स्थानीय उत्पादन को लगातार बढ़ावा दे रहे हैं।
दो अधिकारियों के अनुसार, बीआईएस द्वारा आवेदनों को स्वीकार करने में विलंब किए जाने से श्याओमी और ओप्पो समेत कई कंपनियों के लिए स्मार्टवॉच आयात भी प्रभावित हुआ है।
