सार्वजनिक क्षेत्र की तेल रिफाइनरी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) ने 1.5 करोड़ टन की क्षमता वाली पारादीप रिफाइनरी के लिए 10,000 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण जुटाने के लिए व्यवस्था की है।
यह रिफाइनरी 2012 की पहली तिमाही में शुरू होने की संभावना है। कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि आईओसी ने इस परियोजना के लिए 14,700 करोड़ रुपये की व्यवस्था की जिम्मेदारी एसबीआई कैप्स को सौंपी है।
उन्होंने कहा कि अब तक विभिन्न सार्वजनिक बैंकों ने कंपनी को 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की रकम उधार देने के लिए हामी भर दी है।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 4,200 करोड़ रुपये देने की प्रतिबध्दता जताई है जो बैंकों की ओर से दी जाने वाली सर्वाधिक राशि है। इसके अलावा बैंक आफ बड़ौदा, बैंक औफ इंडिया, केनरा बैंक तथा स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद भी ऋण देंगे।
अधिकारी ने कहा कि कंपनी का लक्ष्य वित्तपोषण को अगले महीने तक पूरा करने का है। उन्होंने बाकी राशि के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की।
गौरतलब है कि कंपनी की पारादीप रिफाइनरी की क्षमता 1.5 करोड़ टन की है जिसका वर्ष 2012 की पहली तिमाही में चालू होना निर्धारित है। 28,777 करोड़ रुपये की परियोजना के लिए आईओसी 1.5:1 के ऋण इक्विटी अनुपात में ऋण जुटा रही है।
इस रिफाइनरी का नेलसन कॉम्प्लेक्सिटी इंडेक्स 15 होगा। रिलायंस पेट्रोलियम ने हाल ही में जामनगर में अपनी रिफाइनरी से निर्यात शुरू किया है। रिलायंस पेट्रोलियम की इस रिफाइनरी का नेलसन कॉम्प्लेक्सिटी इंडेक्स 14 रहा है।
अधिकारी ने कहा कि आईओसी अगले 4-5 साल में अपनी मथुरा रिफाइनरी की मौजूदा क्षमता 80 लाख टन से बढ़ा कर 1.5 करोड़ टन करना चाहती है। कंपनी ने इस संबंध में पर्यावरण एवं वन मंत्रालय से संपर्क भी किया है।