जुबिलैंट फूडवक्र्स ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में अच्छे वित्तीय नतीजे दर्ज किए लेकिन वह निवेशकों की उच्च अपेक्षाओं को पूरा करने में विफल रही। नतीजतन, काफी अधिक मूल्य वाले इस शेयर में लगातार बिकवाली शुरू हो गई और बुधवार को यह 8.7 फीसदी
लुढ़क गया। कंपनी का शेयर आज 2.27 फीसदी गिरावट के साथ 3,875 रुपये पर बंद हुआ।
निवेशकों के बीच निराशा की मुख्य वजह डोमिनोज के सेम-स्टोर सेल्स ग्रोथ (एसएसएसजी) रही जहां अनुमान के मुताबिक काफी कमजोर प्रदर्शन रहा। निवेशकों को सालाना आधार पर एसएसएसजी 30 से 35 फीसदी रहने की उम्मीद थी जबकि वास्तव में यह महज 26.3 फीसदी रही। इसके अलावा पिछले वित्त वर्ष से पहले खुले स्टोरों के लिए कमजोर लाइक फॉर लाइक ग्रोथ ने भी निवेशकों को निराश किया जो 29 फीसदी रहा। निराशा की तीसरी वजह परिचालन मार्जिन में गिरावट रही। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में परिचालन मार्जिन घटकर 25.8 फीसदी रह गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 26.5 फीसदी रहा था। हालांकि एबिटा मार्जिन में तिमाही आधार पर सुधार हुआ जो पहली तिमाही में 23.8 फीसदी रहा था।
कई अन्य मोर्चे पर कंपनी के नतीजे अपेक्षाओं से भी बेहतर दिखते हैं। तिमाही के दौरान समेकित राजस्व सालाना आधार पर 36.7 फीसदी और तिमाही आधार पर 24.9 फीसदी बढ़कर 1,116.2 करोड़ रुपये हो गया। एबिटा में सालाना आधार पर 33 फीसदी और तिमाही आधार पर 35.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। करोपरांत मुनाफा सालाना आधार पर 58.1 फीसदी और तिमाही आधार पर 73.5 फीसदी बढ़कर 119.8 करोड़ रुपये हो गया। करोपरांत मार्जिन सालाना आधार पर 9.3 फीसदी और तिमाही आधार पर 7.7 फीसदी बढ़कर 10.7 फीसदी हो गया।
ऐसा लगता है कि कंपनी इस वित्त वर्ष के दौरान 150 से अधिक नए स्टोर खोलने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है। पहली तिमाही के दौरान उसने 20 नए स्टोर खोले जबकि दूसरी तिमाही में रिकॉर्ड 60 नए स्टोर खुले। दूसरी तिमाही के दौरान करीब 72 लाख ऐप डाउनलोड के साथ ग्राहक आधार में उल्लेखनीय विस्तार हुआ। कुल 7.13 करोड़ ग्राहकों में इस दौरान 10 फीसदी का योगदान हुआ। शहरवार कवरेज बढ़कर 307 शहरों तक पहुंच गया जबकि पिछली तिमाही पहुंच 298 शहरों तक थी।
मार्जिन को मुद्रास्फीति का झटका लगा। इसकी झलक खाद्य एवं ईंधन लागत में दिखी। कच्चे माल पर खर्च में सालाना आधार पर 43 फीसदी की वृद्धि हुई जबकि कुल खर्च 38 फीसदी बढ़ गया। इन दोनों मोर्चों पर वृद्धि राजस्व वृद्धि दर को पार कर गई जो उच्च मुद्रास्फीति से प्रभावित थी।
कंपनी अंतरराष्ट्रीय फ्रैंचाइजी में निवेश कर रही है। लंदन स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध डीपी यूरेशिया (डीपीईयू) में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए कंपनी ने रिवर्स बुकबिल्डिंग की प्रकिया शुरू कर दी है। डीपीईयू अजरबैजान, तुर्की, रूस और जॉर्जिया में डोमिनोज की मास्टर फ्रैंचाइजी है। डीपीईयू में जुबिलैंट की हिस्सेदारी 32.8 फीसदी थी जिसे उसने बढ़ाकर अक्टूबर के अंत में 49.9 फीसदी कर लिया। इसके अलावा उसने बांग्लादेश में जुबिलैंट गोल्डन हार्वेस्ट में भी अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाकर 90 फीसदी कर रही है।