बांग्लादेश में फर्टिलाइजर, स्टील और ऊर्जा संयंत्र में टाटा समूह की ओर से प्रस्तावित 120 अरब रुपये के निवेश को कंपनी ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
टाटा समूह की ओर से कहा गया कि बांग्लादेश की सरकार भविष्य में इन परियोजनाओं के लिए आवश्यक प्राकृतिक गैस प्रदान करने में सक्षम नहीं होगी। ऐसे में इन परियोजनाओं पर विचार करने का कोई मतलब नहीं रह जाता है। टाटा समूह की ओर से इन परियोजनाओं पर वर्ष 2004 से ही बातचीत चल रही थी, लेकिन अब इसे रद्द कर दिया गया है।
ऐसा कहा जा रहा था कि टाटा का प्रस्तावित निवेश बांग्लादेश की आजादी के बाद से सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश होगा। टाटा ने कहा है कि उसने अपने इस फैसले से बांग्लादेश सरकार और बोर्ड ऑफ इन्वेस्टमेंट को अवगत करा दिया है। हालांकि कंपनी की बांग्लादेश में कुछ और भी रुचियां हैं और वह उनका विकास करती रहेगी।