उद्योग

अदाणी से वेदांता तक, तूत्तुकुडि पोर्ट परियोजना में बड़ी कंपनियों की रुचि

2028 तक पहले चरण के पूरा होने की उम्मीद; ऑटोमोबाइल, नवीकरणीय ऊर्जा और अंतरिक्ष क्षेत्रों में निवेश को मिलेगा बढ़ावा

Published by
शाइन जेकब   
Last Updated- January 21, 2025 | 10:11 PM IST

वीओ चिदंबरनार (वीओसी) पोर्ट पर 7,056 करोड़ रुपये की बाहरी हार्बर कंटेनर टर्मिनल परियोजना घरेलू और वैश्विक उद्योग जगत की प्रमुख कंपनियों की दिलचस्पी आकर्षित कर रही है। परियोजना का पहला चरण 2028 तक चालू होने की उम्मीद है।

बाहरी हार्बर कंटेनर टर्मिनल परियोजना से अवगत एक सूत्र ने बताया कि अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन, डीपी वर्ल्ड, जैन डी नुल, अनिल अग्रवाल नियंत्रित वेदांत ग्रुप, जेएम बकसी और डीबीजीटी जैसी कंपनियों ने इस परियोजना में अपनी दिलचस्पी दिखाई है। इस साल मार्च तक यह अनुबंध मिलने की उम्मीद है।

यह परियोजना बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इस क्षेत्र में वियतनामी प्रमुख विनफास्ट द्वारा चल रहे निवेश के अलावा ऑटोमोबाइल, नवीकरणीय ऊर्जा और अंतरिक्ष क्षेत्रों में भारी निवेश होने की उम्मीद है। भारतीय अंतरिक्ष शोध संगठन (इसरो) तमिलनाडु के कुलशेखरपट्टिनम में अपने दूसरे स्पेसपोर्ट की योजना बना रहा है।

बाहरी हार्बर कंटेनर टर्मिनल परियोजना पर वैश्विक रुचि के बारे में पूछे जाने पर वीओसी पोर्ट अथॉरिटी के अध्यक्ष सुशांत कुमार पुरोहित ने कहा, ‘बोली 11 फरवरी को खोली जाएगी और मार्च तक अनुबंध प्रदान कर दिया जाएगा।’ परियोजना का विकास दो चरणों में किया जाएगा और रियायती अवधि सामान्य 30 वर्ष के बजाय 45 वर्ष की होगी।

First Published : January 21, 2025 | 10:11 PM IST