आपूर्ति श्रृंखला में अड़चनों के बावजूद चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में तांबे की घरेलू मांग में 10 से 13 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है। इंटरनेशनल कॉपर एसोसिएशन इंडिया (आईसीए) के प्रबंध निदेशक मयूर कर्माकर ने बताया कि वित्त वर्ष 2024 में तांबे की मांग वृद्धि 13 फीसदी दर्ज की गई थी।
भारत को बड़ी मात्रा में तांबा कैथोड का निर्यात करने वाला जापान और तांबा दृव्य का बड़ा आपूर्तिकर्ता इंडोनेशिया दोनों ही देश नीतियों में बदलाव संबंधी चुनौतियों से जूझ रहे हैं। मयूर कर्माकर ने कहा, ‘जिन देशों से हम आयात करते हैं, वहां दिसंबर और उसके बाद स्थितियों में कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं।’
उन्होंने कहा कि उदाहरण के लिए जापान को अभी प्रमाणपत्र हासिल करना है, जो मुख्य रूप से वहां से हमारी तांबा कैथोड आयात की क्षमता को प्रभावित करता है। इसके मद्देनजर घरेलू कंपनियां यूएई जैसे बाजारों की तरफ भी देख रही हैं।