विमानन कंपनी इंडिगो का मार्च में समाप्त वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही का शुद्ध घाटा 46.6 प्रतिशत बढ़कर 1,681 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। विमानन कंपनी को कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर ओमीक्रोन के दौरान उच्च ईंधन लागत और कमजोर रुपये के कारण यह घाटा हुआ है। बुधवार को एयरलाइन के बयान से यह जानकारी मिली है। भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन को वित्त वर्ष 2021-22 में शुद्ध रूप से कुल 6,161 करोड़ रुपये घाटा हुआ है, जबकि वित्त वर्ष 2020-21 में उसे 5,806 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। बयान में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में एयरलाइन की कुल आय 28.9 प्रतिशत बढ़कर 8,020 करोड़ रुपए पर पहुंच गई। एअरलाइन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रोनोजॉय दत्ता ने कहा कि पहले छह माह में ओमीक्रोन वायरस की वजह से मांग में गिरावट के कारण यह तिमाही मुश्किल रही है।
कोविड के पूर्व स्तर पर राइट्स का राजस्व
ट्रांसपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर ऐंड कंसल्टेंसी फर्म राइट्स लिमिटेड का राजस्व वित्त वर्ष 22 में कोविड के पूर्व स्तर पर पहुंच गया, जो 2,745 करोड़ रुपये रहा। रेलवे पीएसयू ने मार्च तिमाही के नतीजे जारी करने के बाद यह जानकारी दी। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का कुल राजस्व 20.9 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 765 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 632 करोड़ रुपये रहा था। कंसल्टेंसी, लीजिंग और निर्यात में मजबूत प्रदर्शन के कारण यह मुमकिन हो पाया।
अदाणी पोट्र्स का शुद्घ लाभ 22 प्रतिशत घटा
अदाणी पोट्र्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) का मार्च, 2022 में समाप्त बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 21.78 प्रतिशत घटकर 1,033 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंजों को दी जानकारी में कहा कि इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसने 1,321 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया था।। कंपनी ने बताया कि 2021-22 की चौथी तिमाही में उसकी एकीकृत कुल आय बढ़कर 4,417.87 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 4,072.42 करोड़ रुपये थी। वहीं समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का कुल खर्च बढ़कर 3,309.18 करोड़ रुपये हो गया जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 2,526.91 करोड़ रुपये था।
पीएफसी के शुद्ध लाभ में 10 प्रतिशत का इजाफा
सार्वजानिक क्षेत्र की पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) का एकीकृत शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में 10 प्रतिशत बढ़कर 4,295.90 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पीएफसी ने बुधवार को स्टॉक एक्सचेंज को भेजी जानकारी में बताया कि आय में वृद्धि के साथ कंपनी का लाभ बढ़ा है। इससे पिछले वित्त वर्ष यानी 2020-21 की अंतिम तिमाही में कंपनी ने 3,906.05 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। पीएफसी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 10 रुपये के अंकित मूल्य के शेयर पर 1.25 रुपये प्रति शेयर के लाभांश की सिफारिश की है।
एनएचपीसी का शुद्ध लाभ 7 प्रतिशत बढ़ा
सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी एनएचपीसी का एकीकृत शुद्ध लाभ मार्च, 2022 को समाप्त वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में सात प्रतिशत बढ़कर 515.90 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी ने मार्च, 2021 को समाप्त तिमाही में 482.35 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ कमाया था। एनएचपीसी ने बुधवार को स्टॉक एक्सचेंजों को भेजी सूचना में कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 की जनवरी-मार्च तिमाही में उसकी कुल आय 2,026.62 करोड़ रुपये रही, जो इससे एक साल पहले की इसी अवधि में 2,100.12 करोड़ रुपये रही थी। एनएचपीसी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 10 रुपए के अंकित मूल्य के शेयर पर पांच प्रतिशत प्रति शेयर के अंतिम लाभांश की सिफारिश की है। यह आगामी वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों की मंजूरी के अधीन है।
एसजेवीएन के मुनाफे में 98 प्रतिशत की गिरावट
सार्वजनिक क्षेत्र की एसजेवीएन का बीते वित्त वर्ष की मार्च में समाप्त चौथी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 98 प्रतिशत से अधिक घटकर 7.49 करोड़ रुपये रह गया है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 619.92 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ कमाया था। बीएसई को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय घटकर 393.87 करोड़ रुपये रह गई। कंपनी के निदेशक मंडल ने 2021-22 के लिए 10 रुपये के शेयर पर 55 पैसे प्रति शेयर के अंतिम लाभांश की सिफारिश की है।
नालको के मुनाफे में 9.5 प्रतिशत की वृद्घि
नालको का समाप्त वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही का एकीकृत लाभ 9.5 प्रतिशत बढ़त के साथ 1,025.46 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह मुनाफा उच्च आय के कारण हुआ है। नालको ने बुधवार को स्टॉक एक्सचेंजों को यह जानकारी दी। कंपनी ने वित्त वर्ष 2020-21 की इसी तिमाही में 935.74 करोड़ रुपये का एकीकृत लाभ कमाया था।
कोल इंडिया का शुद्ध लाभ 46 प्रतिशत बढ़ा
कोल इंडिया (सीआईएल) का एकीकृत शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में 45.9 प्रतिशत बढ़कर 6,692.94 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। आय में वृद्धि के साथ कंपनी का मुनाफा बढ़ा है। इससे पिछले वित्त वर्ष यानी 2020-21 की अंतिम तिमाही में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 4,586.78 करोड़ रुपये था। सीआईएल की परिचालन आय बीते वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में बढ़कर 32,706.77 करोड़ रुपये हो गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 26,700.14 करोड़ रुपये थी। कंपनी का कुल खर्च भी आलोच्य तिमाही के दौरान बढ़कर 25,161.20 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की इसी अवधि में यह 21,515.60 करोड़ रुपये था।
इसके अलावा का सीआईएल का उत्पादन 31 मार्च, 2022 को समाप्त चौथी तिमाही में बढ़कर 20.9 करोड़ टन का हो गया। कंपनी ने इससे पिछले वर्ष की समान तिमाही में 20.34 करोड़ टन कोयले का उत्पादन किया था। कोल इंडिया के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए तीन रुपये प्रति शेयर के हिसाब से अंतिम लाभांश के भुगतान की सिफारिश की है। यह सिफारिश हालांकि, वार्षिक आम बैठक में सदस्यों की मंजूरी के अधीन है। भाषा