सार्वजनिक क्षेत्र की इंडिया इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनैंस कंपनी लिमिटेड (आईआईएफसीएल) कर मुक्त बॉन्ड के प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिये 2,631 करोड़ रुपये जुटाने की मंशा से बाजार में प्रवेश कर चुकी है।
यह इश्यू 18 फरवरी को खुला है और इसके बंद होने की तारीख 6 मार्च है। छोटे निवेशक भी इसमें कम से कम 10 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं। कूपन रेट 6.85 प्रतिशत की है। इसी कूपन रेट पर आईआईएफसीएल ने जनवरी में 7,369 करोड़ रुपये जुटाए थे।
इस इश्यू के जरिए आईआईएफसीएल 10,000 करोड़ रुपये की पहली किस्त जुटा लेगी। इस फंड का इस्तेमाल बैंक द्वारा बुनियादी ढांचा कंपनियों को दिए गए ऋण के 60 प्रतिशत को रीफाइनैंस करने में किया जाएगा।
बैंक और वित्तीय संस्थान इस फंड को 7.1 प्रतिशत की दर पर प्राप्त कर सकेंगे और 10 से 11 प्रतिशत की दर पर उधार दे सकेंगे। इस प्रकार उन्हें लगभग तीन फीसदी का मार्जिन मिल सकेगा।
दिसंबर 2008 को समाप्त हुए नौ महीनों में आईआईएफसीएल का शुध्द मुनाफा 51.25 करोड़ रुपये रहा है जबकि साल 2007 की समान अवधि में यह 11.38 करोड़ रुपये था। इसमें साल दर साल 350 प्रतिशत की बढ़त दर्ज हुई है।
इस अवधि में परिचालन लाभ 123.17 करोड़ रुपये रहा जबकि साल 2007 की समान अवधि में यह 23.24 करोड़ रुपये था।परिचालन शुरू होने के 33 महीनों के भीतर ही इस कंपनी ने 88 बुनियादी परियोजनाओं को 18,720 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई है।
