कंपनियां

Hyundai Motor Q2 results: कमजोर बाजार, लाल सागर संकट से घटा ह्युंडै का लाभ

ह्युंडै मोटर इंडिया के मुनाफे में 15.5% की गिरावट, बाजार की कमजोर धारणा और भू-राजनीतिक कारक मुख्य वजह

Published by
सोहिनी दास   
Last Updated- November 12, 2024 | 10:24 PM IST

भारतीय शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनी ह्युंडै मोटर इंडिया ने हाल ही में वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही के दौरान करोपरांत लाभ (पीएटी) में 15.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है। इसका मुख्य कारण बाजार की कमजोर धारणा और भू-राजनीतिक कारक हैं। वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में परिचालन राजस्व सालाना आधार पर 7.5 प्रतिशत घटकर 17,260 करोड़ रुपये रह गया।

कंपनी ने 12.8 प्रतिशत एबिटा मार्जिन के साथ 2,205 करोड़ रुपये का एबिटा दर्ज किया है। पिछले साल की तुलना में एबिटा में 9.6 प्रतिशत की गिरावट आई है। बीएसई पर ह्युंडै मोटर इंडिया का शेयर 0.98 प्रतिशत गिरकर 1,804.45 रुपये पर आ गया। शेयर में सूचीबद्धता के अपने मूल्य 1,931 रुपये की तुलना में खासी गिरावट आई है।

ह्युंडै मोटर इंडिया के प्रबंध निदेशक उनसू किम ने कहा कि कंपनी उद्योग की सर्वश्रेष्ठ कवायद के अनुरूप जल्द से जल्द लाभांश भुगतान की नीति लेकर आएगी। किम ने कहा कि उन्हें कंपनी के शेयर के दीर्घकालिक मूल्य पर भरोसा है क्योंकि कारोबारी की बुनियादी चीजें मजबूत हैं। चूंकि कंपनी प्रीमियमाइजेशन पर ध्यान केंद्रित कर रही है, इसलिए कुल बिक्री में सनरूफ की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही की 47.4 प्रतिशत से बढ़कर वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही में 53 प्रतिशत हो गई है।

इसी तरह ऑटोमैटिक्स की हिस्सेदारी अब 25.3 प्रतिशत तक हो गई है और भारत में बिकने वाली ह्युंडै की 14.4 प्रतिशत गाड़ियों में एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (एडीएएस) है। कुल मिलाकर ह्युंडै की कुल बिक्री में एसयूवी की हिस्सेदारी भी पिछले साल की 60 प्रतिशत से बढ़कर अब 68.6 प्रतिशत हो गई है। इस तिमाही के दौरान कंपनी ने कुल 1,91,939 यात्री वाहन बेचे। इसमें देसी बाजार में बेचे गए 1,49,639 वाहन भी शामिल हैं, जिसमें एसयूवी श्रेणी का दमदार योगदान है। निर्यात की मात्रा 42,300 वाहन रही।

किम ने कहा, ‘बाजार के सुस्त हालात के बावजूद हमने वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही में मुनाफा कायम रखने में कामयाब रहे। ऐसा काफी हद तक हमारे सक्रिय और लागत नियंत्रण के निरंतर उपायों की वजह से हुआ। इसके अलावा हम आने वाले महीनों में व्यापक बाजार के लिए क्रेटा ईवी पेश करेंगे और हमें उम्मीद है कि यह ईवी बाजार में खेल का रुख बदलने वाली होगी।’

कंपनी ने कहा कि लाल सागर संकट की वजह से निर्यात बाजार, खास तौर पर पश्चिमी एशिया का बाजार प्रभावित हुआ है। वास्तव में दूसरी तिमाही के दौरान देसी बाजार में ह्युंडै के वाहनों का औसत बिक्री मूल्य (7.7 लाख रुपये) निर्यात बाजार (7.5 लाख रुपये) की तुलना में अधिक था।

First Published : November 12, 2024 | 10:24 PM IST