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HUL Q3: हिंदुस्तान लीवर के प्रॉफिट ने लगाई 20% की छलांग, खर्च बढ़ा 270 करोड़, मुनाफा हुआ 2989 करोड़

ये मुख्य रूप से इसके 'प्यूरिट' व्यवसाय के विनिवेश से लाभ और विज्ञापन- प्रचार व्यय में कमी के कारण हुआ।

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निमिष कुमार   
Last Updated- January 22, 2025 | 8:51 PM IST

रोजमर्रा के सामान बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 19.18 प्रतिशत बढ़कर 2,989 करोड़ रुपये हो गया। हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) ने बुधवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि कंपनी को पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 2,508 करोड़ रुपये था। अक्टूबर-दिसंबर, 2024 तिमाही में कंपनी की एकीकृत कुल आय 16,050 करोड़ रुपये रही जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 15,781 करोड़ रुपये थी। दिसंबर तिमाही में कंपनी का कुल व्यय बढ़कर 12,576 करोड़ रुपये हो गया जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 12,305 करोड़ रुपये था।

वित्त वर्ष 2025 की दिसंबर तिमाही में असाधारण वस्तुओं और कर से पहले लाभ 3,475 करोड़ रुपये पर स्थिर रहा। हालांकि, तिमाही में 507 करोड़ रुपये की असाधारण आय, जबकि एक साल पहले की अवधि में 30 करोड़ रुपये का असाधारण घाटा हुआ था, ने शुद्ध लाभ को बढ़ावा दिया। दिसंबर में समाप्त तिमाही में इसका शुद्ध लाभ 2,998 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 2,501 करोड़ रुपये था, जबकि तिमाही में इसकी अंतर्निहित मात्रा वृद्धि स्थिर रही। एफएमसीजी प्रमुख का राजस्व साल-दर-साल 1.6 प्रतिशत बढ़कर 15,818 करोड़ रुपये रहा।

पढ़े, क्या कहा HUL के CEO ने-

HUL के सीईओ और प्रबंध निदेशक रोहित जावा  ने कहा, “एफएमसीजी मांग के रुझान शहरी विकास में निरंतर नरमी के साथ मंद रहे, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में धीरे-धीरे सुधार हुआ। इस परिचालन संदर्भ में, हमने ब्रांड की श्रेष्ठता को बनाए रखते हुए, ब्रांड और क्षमताओं में निवेश करते हुए स्वस्थ मार्जिन बनाए रखते हुए प्रतिस्पर्धी विकास किया।”

एचयूएल ने यह भी घोषणा की कि उसने प्रीमियम एक्टिव्स-नेतृत्व वाले सौंदर्य ब्रांड मिनिमलिस्ट का अधिग्रहण करने के लिए एक निश्चित समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कहा, “तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में अपने पोर्टफोलियो को बदलने के हमारे रणनीतिक इरादे के अनुरूप, मैं प्रीमियम एक्टिव्स-नेतृत्व वाले सौंदर्य ब्रांड मिनिमलिस्ट के अधिग्रहण की घोषणा करते हुए उत्साहित हूं। यह अधिग्रहण उच्च विकास वाले मैस्टीज ब्यूटी सेगमेंट में हमारे सौंदर्य और कल्याण पोर्टफोलियो को बढ़ाने के लिए एक और महत्वपूर्ण कदम है।”

जावा ने नतीजों की घोषणा में कहा कि एचयूएल अपने मुख्य व्यवसाय को समकालीन बनाकर, अपने भविष्य के मुख्य व्यवसाय के माध्यम से प्रीमियमाइजेशन को आगे बढ़ाकर और नए मांग क्षेत्रों में बाजार-निर्माण की शुरुआत करके एक अरब की आकांक्षाओं को पूरा करने की दिशा में प्रगति जारी रखे हुए है।

अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का पीबीआईडीटी (ब्याज, मूल्यह्रास और कर से पहले का लाभ) 1.3 प्रतिशत बढ़कर 3,928 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। जबकि विज्ञापन और प्रचार खर्च साल-दर-साल 7.3 प्रतिशत घटकर 1,507 करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 1,626 करोड़ रुपये था। क्रमिक रूप से, एचयूएल का राजस्व 0.7 प्रतिशत कम रहा और इसका शुद्ध लाभ 15.7 प्रतिशत बढ़ा।

जावा ने कहा, “जबकि हम रिकवरी की गति और अल्पावधि में व्यापक आर्थिक दृष्टिकोण पर कड़ी नजर रखते हैं, हम भारतीय एफएमसीजी क्षेत्र में मध्यम से लंबी अवधि के अवसर और एचयूएल की प्रतिस्पर्धी रूप से बढ़ने की क्षमता के प्रति आश्वस्त हैं।”

HUL के निदेशक मंडल (Board of Directors) के फैसलें-

एचयूएल के निदेशक मंडल ने एचयूएल और इसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी क्वालिटी वॉल्स (इंडिया) (केडब्ल्यूआईएल) के बीच एचयूएल के आइसक्रीम कारोबार को केडब्ल्यूआईएल में अलग करने के लिए व्यवस्था की योजना को भी मंजूरी दे दी है।

इसने अपनी पाम स्थानीयकरण रणनीति के एक हिस्से के रूप में विश्वतेज ऑयल इंडस्ट्रीज के पाम उपक्रम के अधिग्रहण को भी मंजूरी दे दी है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि पाम उपक्रम तेलंगाना के कामारेड्डी जिले में स्थित है।

एचयूएल ने यह भी घोषणा की कि उसने प्रीमियम एक्टिव्स-नेतृत्व वाले सौंदर्य ब्रांड मिनिमलिस्ट का अधिग्रहण करने के लिए एक निश्चित समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

क्या है हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) – स्किनकेयर ब्रांड मिनिमलिस्ट डील

हिंदुस्तान यूनिलीवर ने अपने तिमाही नतीजे जारी करते हुए पॉपुलर स्किनकेयर ब्रांड मिनिमलिस्ट के अधिग्रहण की घोषणा भी की है। HUL Board की इस घोषणा पर सीईओ रोहित जावा ने कहा कि कंपनी ने यह भी घोषणा की कि उसने प्रीमियम एक्टिव्स-नेतृत्व वाले सौंदर्य ब्रांड मिनिमलिस्ट का अधिग्रहण करने के लिए एक निश्चित समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। “तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में अपने पोर्टफोलियो को बदलने के हमारे रणनीतिक इरादे के अनुरूप, मैं प्रीमियम एक्टिव्स-नेतृत्व वाले सौंदर्य ब्रांड मिनिमलिस्ट के अधिग्रहण की घोषणा करते हुए उत्साहित हूं। यह अधिग्रहण उच्च विकास वाले मैस्टीज ब्यूटी सेगमेंट में हमारे सौंदर्य और कल्याण पोर्टफोलियो को बढ़ाने के लिए एक और महत्वपूर्ण कदम है।”

बिजनेस स्टैंडर्ड ने इस पर पहले की अपनी रिपोर्ट में बताया था कि हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) जल्द ही एक बड़ी डील करने वाली है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि कंपनी पॉपुलर स्किनकेयर ब्रांड मिनिमलिस्ट को खरीदने की प्लानिंग कर रही है। ये डील करीब 3,000 करोड़ रुपये के बड़े वैल्यूएशन पर फाइनल हो सकती है। मिनिमलिस्ट ब्रांड 2020 में शुरू हुआ था और यह अपने खास इंग्रीडिएंट-बेस्ड प्रोडक्ट्स के लिए मशहूर है। इसने शुरुआती फंडिंग यूनिलीवर वेंचर्स और सीक्वॉइया कैपिटल इंडिया (अब पीक XV पार्टनर्स) से हासिल की थी। तब HUL के एक प्रवक्ता ने कहा, “हम नए अवसरों पर हमेशा नजर रखते हैं और समय आने पर जरूरी जानकारी जरूर देंगे।”

बिजनेस स्टैंडर्ड ने अपनी रिपोर्ट में पहले ही बताया था कि डील कब फाइनल होगी. सूत्रों के मुताबिक, HUL इस डील को इसी तिमाही में फाइनल कर सकता है। कंपनी मिनिमलिस्ट में बहुमत हिस्सेदारी (Majority Stake) लेने की तैयारी में है। दिलचस्प बात यह है कि ब्रांड के संस्थापक, मोहित यादव और राहुल यादव, इस डील के बाद भी कुछ हिस्सेदारी अपने पास रख सकते हैं।

क्या थी मिनिमलिस्ट की फाइनेंसियल प्रोफाइल-

मिनिमलिस्ट का कारोबार शानदार तरीके से बढ़ा है। FY24 में इसका रेवेन्यू 347.4 करोड़ रुपये रहा, जो FY23 के 183.8 करोड़ रुपये से लगभग दोगुना है। मुनाफा भी दोगुना होकर 10.8 करोड़ रुपये पहुंच गया है। HUL के CEO रोहित जावा ने पहले ही बताया था कि ब्यूटी और वेलनेस सेगमेंट कंपनी की प्राथमिकता है। कंपनी ने 2022 में OZiva और Wellbeing Nutrition जैसे ब्रांड्स में निवेश किया था। जावा ने यह भी कहा था कि लाइट मॉइश्चराइजर कैटेगरी तेजी से बढ़ रही है, क्योंकि ग्राहक अब बेसिक मॉइश्चराइजेशन से ज्यादा की उम्मीद रखते हैं। उन्होंने यह भी बताया था कि ई-कॉमर्स और ब्यूटी से जुड़े चैनल्स में HUL ने बढ़िया ग्रोथ दिखाई है।

आइसक्रीम कारोबार के डीमर्डर को HUL बोर्ड की मंजूरी-

HUL के Q3 नतीजों की घोषणा के साथ ही कंपनी ये भी जानकारी दी है कि एचयूएल के निदेशक मंडल ने एचयूएल और इसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी क्वालिटी वॉल्स (इंडिया) (KWIL) के बीच एचयूएल के आइसक्रीम कारोबार को केडब्ल्यूआईएल में अलग करने के लिए व्यवस्था की योजना को भी मंजूरी दे दी है।
बिजनेस स्टैंडर्ड ने अपनी पहले की रिपोर्ट में बताया था कि अलग कंपनी बनाने का फैसला बोर्ड और शेयरधारकों की मंजूरी के बाद ही होगा। अगले साल की शुरुआत याने जनवरी, 2025 में इस योजना को निदेशक मंडल के सामने रखा जाएगा।

हिंदुस्तान यूनिलीवर ने अक्टूबर, 2024 में अपने आइसक्रीम कारोबार को अलग करने की घोषणा करते हुए कहा कि इस पर निष्पक्ष विचार के लिए स्वतंत्र मूल्यांकन किया गया है। HUL के आइसक्रीम कारोबार में क्वालिटी वॉल्स, कॉर्नेटो और मैग्नम जैसे ब्रांड शामिल हैं। HUL के निदेशक मंडल अक्टूबर, 2024 को हुई बैठक में आइसक्रीम कारोबार को अलग करने का फैसला किया गया। यह कदम एक स्वतंत्र समिति की सिफारिश पर आधारित है जिसका गठन इस साल सितंबर में किया गया था।

इस समिति ने कहा था कि कंपनी के कारोबार में तीन प्रतिशत का योगदान देने वाले आइसक्रीम कारोबार का एक अलग परिचालन मॉडल है जो कंपनी के अन्य व्यवसायों के साथ तालमेल को सीमित करता है। इस मॉडल में शीत भंडारण संरचना और एक अलग चैनल परिदृश्य शामिल है।

एक नजर HUL के वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के नतीजो पर-

देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) के वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के संचयी शुद्ध मुनाफे में गिरावट आई थी। वित्त वर्ष 2024 की जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 1.6 फीसदी घटकर 2,558 करोड़ रुपये रहा था, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,600 करोड़ रुपये था। एचयूएल की आय वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में महज 0.6 फीसदी बढ़कर 15,041 करोड़ रुपये रही थी, वहीं बिक्री में सालाना आधार पर केवल 2 फीसदी की वृद्धि देखी गई थी।
वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही की तुलना में चौथी तिमाही में आय 1.7 फीसदी घटी थी, वहीं शुद्ध मुनाफा 2 फीसदी बढ़ा था। वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में एचयूएल का कुल खर्च 1.15 फीसदी बढ़कर 12,100 करोड़ रुपये हो गया था, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 11,962 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2024 की मार्च तिमाही में एचयूएल का सकल मार्जिन 350 आधार अंक सुधरा था, और विज्ञापन तथा प्रचार पर कंपनी का खर्च 200 आधार अंक बढ़ा था।
पूरे वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 10,277 करोड़ रुपये रहा था, जो वित्त वर्ष 2023 में 10,120 करोड़ रुपये था। कंपनी की कुल आय बीते वित्त वर्ष 62,707 करोड़ रुपये रही थी, जो इससे एक साल साल पहले 2022-23 में 61,092 करोड़ रुपये थी।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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First Published : January 22, 2025 | 6:08 PM IST